बद्दी (एमबीएम न्यूज) : औद्योगिक क्षेत्र बद्दी के तहत काठा स्थित एक बैटरी उद्योग के प्रदूषित पानी का शिकार हुए काठा निवासी निर्मल सिंह ने देर रात्रि पीजीआई में दम तोड़ दिया। 2 वर्ष पहले निर्मल सिंह बैटरी उद्योग के प्रदूषित पानी का शिकार हुआ था और इस हादसे ने धीरे-धीरे करके उसे मौत की दहलीज तक पहुंचा दिया।
50 वर्षीय निर्मल सिंह के पांव में चोट लगने के बाद उसका पांव कैमिकल युक्त पानी में आ गया था, जिसके बाद उसने काफी उपचार करवाया लेकिन बाद में उसकी टांग काटनी पड़ी। 10 अगस्त 2013 को निर्मल सिंह के साथ खेत में पानी देते समय यह हादसा पेश आया था और 11 अगस्त को बेहोशी के साथ उसकी हालत बिगड़ गई।
बेहोशी की हालत पत्नी देवो देवी व बेटे ने उसे बद्दी चिकित्सालय पुहंचाया। बद्दी में चिकित्सालय ने पैर सडऩे की बात कही। जिस पर 54 हजार का एक इंजेक्शन लगाने के बाद चिकित्सकों ने उसकी टांग काट दी, क्योंकि बीमारी पूरी शरीर में फैलने का डर था। छह माह तक वह बिस्तर पर पड़ा रहा, लेकिन उसके बाद वह पूरी तरह से ठीक नहीं हुआ।
शनिवार को दोपहर बाद निर्मल सिंह की अचानक तबियत खराब हुई जिस पर उसके परिजन उसे पीजीआई ले गए थे जहां पर उसने देर सांय निर्मल सिंह ने दम तोड़ दिया। रविवार को उसका अंतिम संस्कार उसके पैतृक गांव काठा में हुआ। उनके बेटों ललित कुमार लक्की व भगत राम बबू ने अंतिम संस्कार किया।
निर्मल सिंह के अंतिम संस्कार में नप अध्यक्ष चौधरी मदन लाल, जिप सदस्य परमजीत सिंह प मी, हंसराज चंदेल, शहरी भाजपा प्रधान तरसेम चौधरी, पार्षद करनैल सिंह चौधरी, कमल काठा, चूड़ा राम, वचना राम, दीवान चंद, मुनी लाल, मस्त राम, कमल चंद, हेत राम, बुद्ध राम लाल समेत भारी सं या में लोग उपस्थित हुए।