एमबीएम न्यूज़/पावंटा साहिब
सतौन कस्बे की एक महिला अपने बेटे की तलाश में दर-दर की ठोकरे खा रही है। सिस्टम से उम्मीद छोड़ चुकी विधवा महिला खुद बेटे को तलाशने में जुटी हुई है। विधवा महिला कयादो देवी पिछले करीब एक साल से लापता अपने बेटे की तलाश में जुटी हुई है। दरअसल विधवा महिला का 27 वर्षीय बेटा मीनस रहस्यमयी परिस्थितियों में गायब हो गया था, जिसका आज तक कोई पता नहीं चल पाया है। वहीं महिला ने पुलिस पर मामले को गंभीरता से न लेने के आरोप लगाए है। महिला का कहना है कि जिन लोगों के साथ उसका बेटा मीनस गया था, पुलिस उनसे सख्ती से पूछताछ नहीं कर रही है।
विधवा महिला का कहना है कि घर में जो भी जमा पूंजी थी, वह सब खर्च हो चुकी है। यही नहीं लोगों से पैसा मांग-मांग कर बेटे को तलाशने में खर्च किया। मगर आज तक बेटे का कोई पता नहीं चल पाया है। महिला हाल ही में पावंटा दौरे पर पहुंचे सीएम जयराम ठाकुर से मिलने भी पहुंची थी। मगर सीएम साहब का कार्यक्रम इतना व्यस्त था कि महिला उनसे नहीं मिल पाई। महिला ने सरकार से गुहार लगाई है कि उसके लापता बेटे के बारे में पता लगाया जाए। महिला का कहना है कि उसका दिल अपने बेटे के लिए बेचैन है कि बेटा जिंदा है या इस दुनिया में नही है।
लापता युवक के परिजनों का कहना है कि परिवार की आर्थिक हालत बेहद खराब हो चुकी है। युवक को ढूंढने के लिए परिवार द्वारा हर संभव कोशिश की गई। मगर पुलिस द्वारा जो कोशिश की जानी चाहिए थी वह नहीं की जा रही है। आरोपी भी है कि जिन लोगों के साथ युवक गया था, पुलिस उनसे सख्ती से पूछताछ नहीं कर रही है। पीड़ित परिजनों का कहना है कि जिन लोगों के साथ वह गया था वह उसके बारे में जानकारी रखते है। जिस विधवा मां का एक जवान बेटा लापता हो उसकी हालत क्या होगी। इसका अंदाजा लगाना शायद ज्यादा मुश्किल नहीं है। वहीं यहां पुलिस की कार्रवाई पर भी सवाल उठना लाजमी है। आखिर एक विधवा मां की बार-बार गुहार लगाने पर महकमा गंभीर नही है।