एमबीएम न्यूज़/शिमला
बहुचर्चित युग अपहरण व हत्याकांड मामले में अगली सुनवाई में फैसला आने की सम्भावना है। अदालत ने आज इस मामले की सुनवाई करते हुए अपना फैसला 6 अगस्त तक सुरक्षित रखा है। गुरुवार को जिला एवं सत्र न्यायालय चक्कर में न्यायाधीश वीरेंद्र सिंह के समक्ष तीनों आरोपियों तेजेन्द्र, चन्द्र और विक्रांत को पेश किया गया।
इस दौरान दोनों पक्षों को सुनने के बाद अदालत ने मामले की अगली सुनवाई 6 अगस्त को तय की। अब युग के परिजनों को इस दिन इंसाफ मिलने की उम्मीद है। युग हत्याकांड के तीन मुख्य आरोपी तेजेंद्र सिंह, चंद्र शर्मा और विक्रांत बक्शी पिछले दो वर्षों से जेल में हैं, लेकिन अब तक सजा नहीं सुनाई गई। इन तीनों को आज कड़ी सुरक्षा के बीच कोर्ट में पेश किया गया था।
तीनों आरोपी सम्पन्न परिवारों से ताल्लुक रखते हैं। चार साल पहले 14 जून 2014 को इन्होंने चार वर्षीय मासूम युग का अपहरण किया था और बड़ी बर्बरता से बच्चे की हत्या कर डाली। युग राम बाजार के कारोबारी विनोद कुमार का पुत्र था। वहीं आरोपी युग के पड़ोसी थे। इस केस की शुरुआती तफ़्तीश स्थानीय पुलिस ने की। लेकिन कामयाबी नहीं मिलने पर मामला सीआईडी के सुपुर्द कर दिया गया।
सीआईडी ने अगस्त 2016 में हत्याकांड मामले को सुलझाते हुए इन तीनों को गिरफतार किया था। आरोपियों की निशानदेही पर सीआईडी ने युग के अवशेष शहर के भराड़ी स्थित पेयजल टैंक से बरामद किए, तो पूरा शहर अचंभित रह गए। लोगों ने सड़कों पर उतरकर आरोपियों के लिए फांसी की मांग की।