एमबीएम न्यूज / शिमला
मूलत: धर्मशाला के रहने वाले आईपीएस अधिकारी रूपिन शर्मा को देश के सबसे युवा पुलिस महानिदेशक बनने का गौरव हासिल है। महज 50 साल की उम्र में 24 नवंबर 2017 को नागालैंड के पुलिस महानिदेशक बन गए थे। इससे पहले यह रिकॉर्ड केपीएस गिल के नाम पर था। इन दिनों हिमाचली बेटा एक बार फिर चर्चा में है।
इसकी वजह नागालैंड सरकार द्वारा डीजीपी के तबादले का अनुमोदन है, जो गृह मंत्री से किया गया। नेशनल मीडिया का ध्यान इस अनुमोदन की तरफ इस कारण आकर्षित हुआ है, क्योंकि आईपीएस अधिकारी रूपिन शर्मा के तबादले के अनुमोदन को लेकर लोग सडक़ों पर उतरे हुए हैं। जहां सत्तासीन सरकार अनुभव की कमी को लेकर दलील दे रही है, वहीं विपक्ष का तर्क है कि बैकडोर पुलिस भर्ती की खिलाफत की वजह से सरकार रूष्ट है। जहां तक अनुभव का सवाल है तो बतौर आईपीएस अधिकारी रूपिन शर्मा ने लगभग 25 साल की सेवाएं नागालैंड में ही दी हैं। 1992 बैच के
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आईपीएस अधिकारी रूपिन शर्मा को ही नागालैंडवासी डीजीपी के पद पर चाहते हैं। राज्य के पुलिस मुख्यालय के अलावा कई इलाकों में उनके समर्थन में जन सैलाब उमड़ रहा है। बेहतरीन कार्यशैली का ही नतीजा है कि न केवल आम लोग, बल्कि पुलिस महकमे के अधिकारी भी 10 दिनों से सडक़ों पर उतर रहे हैं। मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक पहले नागालैंड में ओपन पुलिस भर्ती की कोई प्रथा नहीं थी। पहले किसी भी प्रोसैस को फॉलो नहीं किया जाता था। मंत्री-विधायक अपने-अपने स्तर पर अपना-अपना कोटा फिक्स कर लेते थे। अब ओपन भर्ती शुरू होने के बाद डीजीपी सरकार की आंखों की किरकिरी बन गए हैं। एमबीएम न्यूज नेटवर्क ने नागालैंड के पुलिस महानिदेशक के पद पर तैनात रूपिन शर्मा से संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन बात नहीं बन पाई।