एमबीएम न्यूज़ /शिमला
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया विभाग के चेयरमैन नरेश चौहान ने जयराम सरकार पर तीखा जुबानी हमला बोला है। उन्होंने कहा कि सरकार चार महीने के कार्यकाल में विफल रही है, ये उसने खुद ही साबित कर दिया है। सीएम जयराम ठाकुर सौ दिन के लिए तय एजेंडा तक पूरा नहीं कर पाए, चूंकि उन्हें अफसरों से काम लेना ही नहीं आया। हताश व निराश सीएम व सरकार ने आखिरकार अपनी विफलता का ठीकरा अफसरशाही पर ही फोड़ दिया। बीते दिनों इतने बड़े स्तर पर टॉप अफ़सरशाही में फेरबदल हुआ जितना सोचा भी नहीं जा सकता।
सीएम जयराम ठाकुर को अपनी प्रधान सचिव मनीषा नंदा तक को बदलना पड़ गया। जिससे साफ है कि सरकार के भीतर सब ठीक नहीं चल रहा। सरकार के इस कदम ने कांग्रेस पार्टी की ओर से चार माह के कार्यकाल को लेकर लगाए जा रहे आरोप भी पुख्ता कर दिए। एसीएस स्तर के अधिकारियों के महकमों में फेरबदल से साफ हो गया कि सरकार सौ दिन का एजेंडा पूरा ही नहीं कर पाई। थोथा चना बाजे घना की कहावत सरकार ने चरितार्थ कर दी।
चौहान ने कहा कि सीएम व मंत्री जश्न में डूबे रहे और कानून व्यवस्था का दिवाला निकल गया। बदला और बदली की नीति ही हावी रही। रेप, यौन उत्पीड़न और छेड़छाड़ के साथ ही हत्या की सौ से अधिक घटनाओं ने सरकार की लचर कार्यप्रणाली की पोल पूरी तरह खोल डाली है। प्रदेश में विकास कार्य ठप हैं और अराजकता बढ़ रही है। रूसा और कर्मचारियों की तबादला नीति जैसे अहम विषयों पर सरकार को यूटर
्न मारना पड़ा है।
प्रदेश में हालात इतने खराब हैं कि भाजपा को अपनी कोर ग्रुप की चंडीगढ़ में हुई बैठक में अब तक के कार्यकाल की समीक्षा करनी पड़ी। कोर ग्रुप ने भी सरकार के कामकाज पर असंतोष ही जताया है। चौहान ने कहा कि सरकार अफसरों-कर्मचारियों का उत्पीड़न करने के बजाय काम पर ध्यान दे। विपक्ष पर ताने मारने से कुछ नहीं होने वाला। सीएम जयराम ठाकुर को पीएम नरेंद्र को हिमाचल से किए वादे भी याद कराने चाहिए, साथ ही विशेष आर्थिक पैकेज भी लाएं। चूंकि, केंद्र व प्रदेश में भाजपा की ही सरकार है।