जंजैहली (लीलाधर चौहान): खसरा-रूबेला टीकाकरण में एक महिला हेल्थ वर्कर गीता वर्मा ने गजब का साहस दिखाया था। ऑफ रोड बाईकिंग कर घुमंतु गुज्जरों के बच्चों तक जा पहुंची थी। इसी जज्बे को लेकर एमबीएम न्यूज नेटवर्क ने 8 सितंबर 2017 को खबर प्रकाशित की। इसके बाद खबर वायरल हुई। साथ ही अंग्रेजी दैनिक व हिन्दी समाचारपत्रों में सिराज घाटी के शंकर देहरा उप स्वास्थ्य केंद्र में तैनात गीता वर्मा छा गई।
अब ताजा मामले में करसोग की बेटी गीता वर्मा फिर चर्चा में हैं। दरअसल विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने गीता वर्मा की तस्वीर को टेबल कलैंडर में जगह दी है। संभवत: सूबे की पहली ही कोई स्वास्थ्य कर्मी होगी, जिसके जज्बे को WHO ने सलाम किया है। बुधवार को एमबीएम न्यूज नेटवर्क ने जब गीता वर्मा से इस बारे पूछा तो बोली, खुशी का कोई ठिकाना नहीं है। उन्होंने इस अभियान में अपने साथ शामिल रही गीता भाटिया व प्रेमलता भाटिया का भी आभार जताया। WHO ने अपने टेबल कलैंडर के जनवरी महीने की तस्वीर में गीता वर्मा को स्थान दिया है।
सनद रहे कि युनिसेफ ने भी गीता के इस जज्बे की सराहना की थी। इस समूचे मामले में एक अहम बात यह है कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के गृह क्षेत्र से यह खबर सामने आई थी। मंडी के सीएमओ डॉ. डीआर शर्मा का कहना है कि विभाग के लिए गर्व की बात है। सनद रहे कि घुमंतु गुज्जरों के बच्चों के टीकाकरण के लिए पगडंडी पर बाइक चलाकर गजब मिसाल पेश की थी। ड्राईविंग के दौरान वैक्सिनेशन बॉक्स को भी ट्रांसपोर्ट करना चुनौती था।
इस लिंक पर पढें 8 सितंबर 2017 को प्रकाशित खबर https://goo.gl/9gHv9k