नाहन (एमबीएम न्यूज): डॉ. वाईएस परमार मेडिकल कॉलेज की प्रधानाचार्या डॉ. जयश्री शर्मा पर तानाशाही व पक्षपातपूर्ण रवैये का आरोप लगा है। मंगलवार को फैकल्टी एसोसिएशन की आपात बैठक आयोजित हुई। कहा गया, हिमाचल प्रदेश के अन्य मेडिकल कॉलेजों में 21 दिसंबर सेे 30 दिन की विंटर वैकेशन शुरू हो चुकी हैं, लेकिन नाहन मेडिकल कॉलेज में मैडम ने 4 जनवरी को तुगलकी फरमान जारी किया। इसमें 30 दिन की बजाय 10 दिन की वैकेशन नोटिफाई की गई हैं।
इसमें मेडिकल काऊंसिल ऑफ इंडिया के निरीक्षण का हवाला दिया गया है। एसोसिएशन का आरोप है कि यह महज एक झूठा बहाना है, क्योंकि सामान्य तौर पर एमसीआई द्वारा छुट्टियों के दौरान निरीक्षण नहीं किया जाता। यही निरीक्षण नाहन में ही नहीं, बल्कि मंडी, चंबा, हमीरपुर व कांगड़ा में भी होना है। प्रिंसीपल के रवैये की निंदा करते हुए कहा गया कि सरकारी नियमों के तहत ही वैकेशन्स होती हैं। फैकल्टी के तमाम सदस्यों ने 10 दिन की वैकेशन्स को एक सुर में नकार दिया है।
आरोप यह भी है कि खुद मैडम 30 दिसंबर के बाद कॉलेज नहीं आई हैं और न ही किसी अन्य अधिकारी को बात करने के लिए अधिकृत किया है। सदस्यों ने नई सरकार से मेडिकल कॉलेज को सरकारी नियमों के तहत चलाने का आग्रह किया है, ताकि यहां फैली अव्यवस्थाएं दूर हो सकें।
गौरतलब है कि मेडिकल कॉलेज की प्रधानाचार्या डॉ. जयश्री शर्मा भी एक्सटेंशन पर हैं। अक्सर अपने रवैये को लेकर विवादों में घिरी रहती हैं।