मंडी ( वी कुमार ) :कब किस मोड़ पर क्या हो जाए कोई नहीं जानता। कुछ पल पहले सभी के चेहरों पर दुल्हन को घर ले जाने की जो खुशियां थी वह पल भर में मातम में बदल गई। मनाली-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे 21 पर सोमवार सुबह हुए सड़क हादसे ने खुशी मना रहे दो परिवारों को कभी न भूलने वाला गम दे दिया।
हरीश और नीलम अम्बाला से अपने सॉफ्टवेयर इंजीनियर बेटे विक्की की बारात लेकर बल्हघाटी के भंगरोटू आए हुए थे। यहां विक्की की शादी लोक निर्माण विभाग से सेवानिवृत एसडीओ ओम प्रकाश की बेटी शिवानी के साथ हुई।
शादी की सारी रस्में रविवार रात को निभाई गई। सुबह सभी बारातियों के लिए सुंदरनगर में नाश्ते का इंतजाम था। नाश्ता करने के बाद बारातियों ने वापस अंबाला की तरफ अपना रूख किया। इसमें एक टैंपो ट्रेवलर भी शामिल थी और इसमें सवार थे दुल्हे के घर के सदस्य। इस टैंपो ट्रेवलर पर काल कुछ इस कदर मंडराया कि खुशियां मना रहे परिवार को गमगीन कर गया। हादसे में दुल्हे की मां नीलम, मौसी शशीबाला, बुआ-बुबु संतोष रानी और महेंद्र पाल, बुबु धर्मपाल और जीजा रविंद्र काल का ग्रास बन गए। जबकि दुल्हे का पिता हरीश पीजीआई चंडीगढ़ में जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहा है।