नाहन ( रेणु कश्यप ): गरीब पिता या मां के दोनों गुर्दे फेल होने की बात पहले भी सुनी होगी। लेकिन यहां पिता की होनहार व लाडली बेटी का हौंसला देखकर आप हैरान रह जाएंगे। काफी हद तक संभव है, मददगारों की तलाश में जुटी 16 वर्षीय बेटी की मदद को आप आगे आ जाएं। विकास खंड की चाकली पंचायत के राहोर (ढाडू) गांव में 48 साल के सुरजन सिंह के दोनों गुर्दों ने काम करना बंद कर दिया है। करीब 9 माह से डायलिसिज पर हैं। सिर पर चार बेटियों के अलावा एक दो साल के बेटे के लालन-पोषण की जिम्मेदारी है।
गरीब परिवार की हालत यह है कि कई बार सुरजन सिंह को डायलिसिज के लिए धन के अभाव में अकेले ही सोलन जाना पड़ता है। कई करीबियों ने किडनी दान करने की पेशकश की, लेकिन संभव नहीं हो रहा। ऐसे में नाहन कन्या वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला में नॉन मेडिकल की पढ़ाई कर रही प्रिया ठाकुर चाहती थी कि वह अपने पिता को किडनी दान कर दे, लेकिन उम्र महज 16 साल होने के कारण डॉक्टरों ने मना कर दिया है। अब तक गांव के लोग सुरजन सिंह के डायलिसिज का खर्च उठाने का प्रयत्न कर रहे हैं, लेकिन कब तक सरकारी इम्दाद के तौर पर लगभग 35 हजार रुपए की राशि डीसी बीसी बडालिया द्वारा उपलब्ध करवाई गई, लेकिन पलक झपकते ही एक-दो महीने में ही खर्च हो गई।
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मददगारों की तलाश में एमबीएम न्यूज नेटवर्क के कार्यालय पहुंची प्रिया ठाकुर को स्टाफ ने अपनी क्षमता के मुताबिक राशि प्रदान की। बातचीत में पाया गया कि बेटी बेहद मेधावी है। पढ़ाई के साथ-साथ पिता के उपचार के लिए भटक रही है। प्रिया के मुताबिक कई बार ऐसी भी स्थिति पैदा हो जाती है कि घर में चूल्हा नहीं जलता है। उन्होंने बताया कि छोटी बहन श्रेया, रिया व प्रज्ञा क्रमश: दसवीं, सातवीं व चौथी में पढ़ रही हैं, जबकि दो साल का भाई अनिरुद्ध है। मां नीलम ठाकुर भी पिता के उपचार के लिए हर वक्त मानसिक तनाव में रहती है। बहरहाल एमबीएम न्यूज नेटवर्क की अपने पाठकों से गुजारिश है कि यदि संभव हो तो परिवार की मदद को हाथ आगे बढाएं।
परिवार को मोबाइल नंबर 98176-42111 व 94596-59411 पर संपर्क किया जा सकता है। ऑनलाइन इम्दाद के लिए पंजाब नेशनल बैंक के खाता संख्या 0356001500022675, IFSC Code: PUNB 0035600 पर की जा सकती है। यह खाता 16 वर्षीय प्रिया ठाकुर के नाम पर है।