मंडी (वी कुमार): किसान बचाओ अभियान ने जिला बाल संरक्षण इकाई और जिला बाल कल्याण कमेटी पर आउटसोर्स पर रखी महिला कर्मचारियों से 24घंटे डयूटी लेकर उनका उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है। अभियान के सदस्यों ने इस संदर्भ में एक ज्ञापन उपायुक्त मदन चौहान के माध्यम से मुख्य न्यायधीश, राज्यपाल और राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को भेज दिया है। किसान बचाओ अभियान के संयोजक देश राज शर्मा ने बताया कि जिला बाल संरक्षण इकाई और जिला बाल कल्याण कमेटी आउटसोर्स पर रखी महिला कर्मचारियों से डरा-धमका कर 24 घंटे की डयूटी ले रही हैं।
उन्होंने बीती 23 नवंबर की घटना का जिक्र करते हुए बताया कि दो महिला कर्मचारियों को एक अनाथ बच्ची को कांगड़ा छोड़ने की जिम्मेवारी सौंपी गई और उन्हें शाम पांच बजे के बाद एक टैक्सी के माध्यम से कांगड़ा भेजा गया। रात को वहां बच्ची छोड़ने के बाद रातों-रात मंडी आकर अगले दिन सुंदरनगर में कैंप अडेंट करने को भी कहा गया।
देश राज शर्मा ने बताया कि महिला कर्मचारियों के परिजनों ने जब इस बारे में अधिकारियों से बात की और इसका विरोध किया तो महिला कर्मचारियों को उन्हें नौकरी से निकालने की धमकियां दी गई। आउटसोर्स पर रखी गई इन महिला कर्मचारियों के साथ हो रहे इस अन्याय के संदर्भ में ही ज्ञापन भेजा गया है और कार्रवाही की मांग उठाई गई है। देश राज शर्मा का कहना है कि अगर तीन दिनों के भीतर कोई ठोस कार्रवाही नहीं की गई तो फिर जिला में अधिकारियों के खिलाफ आमरण अन्नशन किया जाएगा।