सुंदरनगर (एमबीएम न्यूज़) : पिछले कुछ वर्षो से विभिन्न शिक्षण संस्थानों में मिलीभगत कर बच्चों के फर्जी दाखिले करवाए जा रहे है। दाखिले उपरांत अभिवावकों द्वारा बच्चों को पड़ोसी राज्यो में वर्ष भर कोचिंग करवाई जा रही है। ताकि वह आगामी विभिन्न पाठ्यक्रमो के लिए आयोजित होने वाली प्रवेश परीक्षाओ के लिए उचित तैयारी कर सके।
वही स्कूलो में फर्जी हाजरिया व झूठे मेडिकल के आधार पर बच्चे महीनो स्कूलो से गायब रह रहे हैं, लेकिन हैरानी की बात है कि मामला शिक्षा विभाग के ध्यान में होने के बावजूद कोई भी ठोस कार्रवाई आज तक अमल में नही लाई गई है। ऐसे फर्जीवाड़े में सीबीएसई व हिप्र स्कूल शिक्षा बोर्ड से मान्यता प्राप्त निजी व सरकारी स्कूल शामिल है। यदि मंडी जिला की बात करे तो यहा से अनेक निजी व सरकारी स्कूल है, जहा पर कुछ रसूख वाले लोग मिलीभगत कर बच्चों की फर्जी हाजरियां लगवा पड़ोसी राज्यो में दाखिले करवाए हुए हैं, जिससे रूटीन में कक्षाए लगा रहे बच्चों में भारी नाराजगी है।
बच्चों व उनके अभिवावकों का कहना है कि स्कूलो में शिक्षा विभाग द्वारा अगले पाठ्यक्रमो की तैयारियो के लिए कोचिंग का प्रावधान है, लेकिन इसकी पुख्ता व्यवस्था न होने के चलते यह योजना फेल है। उनकी मांग है कि स्कूलो में चल रहे अवैध दाखिलों के फर्जीवाड़े पर लगाम लगाई जानी चाहिए और अध्यनरत बच्चों को स्कूलो में कोचिंग की पुख्ता व्यवस्था करनी चाहिए।