चंडीगढ़ / कुल्लू (एमबीएम न्यूज): नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो चंडीगढ़ ने कुल्लू घाटी से चरस तस्करी को लेकर भौंहे तान ली हैं। पहली बड़ी सफलता में 9 किलो 720 ग्राम खेप को लग्जरी वाहन इनोवा (एचपी02के-1463)से बरामद किया गया। एनसीबी चंडीगढ़ के जोनल निदेशक डॉ. कोस्तूभ शर्मा का कहना है कि कसोल में ड्रग सप्लाई के लिंक तलाशे जा रहे हैं।
15 नवंबर को एनसीबी ने कसोल में ही एलएसडी व कोकीन को ग्रीन वैली होटल में बरामद किया था। बहरहाल गिरफ्तार किए गए दो तस्करों तुले राम व भूपेंद्र सिंह ने राज खोलने शुरू कर दिए हैं। इसके मुताबिक कुल्लू की चरस को दिल्ली, चंडीगढ़ व फरीदाबाद पहुंचाया जाता था। आधा-आधा किलो की पैकिंग को छिपाने के लिए इनोवा के डैश बोर्ड में खुफिया जगह बनाई गई थी। इसकी गुणवत्ता को लेकर एफएसएल में जांच करवाई जा रही है। चरस को सिलैंडरिकल आकार में 7 से 8 सैंटीमीटर के टुकड़े में विभाजित किया गया था।
एनसीबी चंडीगढ़ द्वारा अब तक 9 मामलों में 40 किलोग्राम चरस बरामद की जा चुकी है। इसमें 14 गिरफ्तारियां हुई हैं। सनद रहे कि 9 किलो 720 ग्राम की बरामदगी चंडीगढ़ रीजन में ही एनसीबी के पुलिस अधीक्षक कुलदीप शर्मा के नेतृत्व में की गई थी। जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि चरस की सप्लाई कुल्लू के अलावा चंबा के मैदानी इलाकों में भी की जाती है। जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि चरस व अफीम को ठियोग से भी सप्लाई किया जाता है।
एनसीबी के जोनल निदेशक डॉ. कोस्तूभ शर्मा का कहना है कि चरस की तस्करी वाहनों में इस तरह से की जाती है कि सामान्य चैकिंग के दौरान इसे नहीं पकड़ा जा सकता है। उन्होंने बताया कि 2017 में एनसीबी का यह 75वां मामला है।