शिमला (एमबीएम न्यूज़) : विधानसभा चुनाव में टिकट के आवेदन को लेकर कांग्रेस पहले ही शुल्क की राशि घोषित कर चुकी है। रोचक बात यह है कि अब कांगे्रस ने इसमें आरक्षित दो वर्गों को छूट देने का ऐलान किया है।
राज्य में इस साल के आखिर में होने वाले विधानसभा चुनाव में किस्मत आजमाने वाले कांग्रेस प्रत्याशियों को अपनी जेब ढीली करनी पड़ेगी। कांग्रेस पार्टी कल शनिवार से टिकट आवेदन की प्रक्रिया शुरू कर रही है और यह 5 अक्तूबर तक चलेगी। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने आज प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की टिकट से आवदेन करने वालों को एक आवेदन पत्र अनिवार्य रूप से भरना पड़ेगा। सामान्य श्रेणी से आवेदन करने वाले को आवेदन पत्र के साथ 25 हजार और एससी व एसटी श्रेणी से 15 हजार रूपये चुकाने होंगे। यह आवेदन शुल्क पार्टी फंड में जाएगा। आईआरडीपी श्रेणी से आवेदन करने वालों के लिए कोई शुल्क नहीं लगेगा।
सुक्खू ने कहा कि 5 पेजों के इस प्रोफार्मा में आवेदनकर्ता को अपने संदर्भ में कुछ जानकारियां भरनी होंगी। इनमें आवेदनकर्ता की पृष्ठभूमि क्या रही है, वर्तमान में संगठन में किस पद पर काम कर रहे हो, कभी पार्टी से निकाला गया है या नहीं, परिवार से किसी सदस्य ने कांग्रेस टिकट से आवदेन किया है, परिवार या आवेदनकर्ता पर आपराधिक षडयंत्र में एफआईआर दर्ज हुई है या नहीं। इसके अलावा आवेदनकर्ता को अपनी व परिवाहर की संपति का भी ब्यौरा तथा आय के स्त्रोतों की जानकारी भी पोफार्मा में देनी होगी।
सुक्खू ने कहा कि कांग्रेस शासित राज्यों में पहली बार टिकट के चाहवानों को इस प्रक्रिया से गुजरना होगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि आवेदन इसी प्रोफार्मा पर स्वीकार किए जाएंगे और 5 अक्तूबर के बाद कोई भी आवेदन नहीं लिए जाएंगे। सीएम से लेकर मंत्रियों को इसी प्रक्रिया से टिकट के लिए आवेदन करना पड़ेगा।
सुक्खू ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने हिमाचल के चुनावों को लेकर एक आंतरिक सर्वे करवाया है। यह सर्वे अनुभवी लोगों द्वारा करवाया गया है। इस सर्वे में कांग्रेस पार्टी की चुनाव में जीत आंकी गई है। उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं की चुनाव में 50 से ज्यादा सीटें जीतने की बयानबाजी से भाजपा को कोई फायदा नहीं मिलेगा। कांग्रेस पार्टी एकजुटता से चुनाव में जाएगी और जीत कर फिर सत्ता पर काबिज होगी। सुक्खू ने कहा कि उनके नेतृत्व में कांग्रेस संगठन से कोई भी पदाधिकारी व कार्यकर्ता भाजपा में शामिल नहीं हुआ है, जबकि अमित शाह की कांग्रेस में हुई रैली में कई कांग्रेसियों के भाजपा में जाने के मनघडंत दावे किए गए थे।
सीएम वीरभद्र के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले सुक्खू आज बदले अंदाज में नजर आए। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि वीरभद्र सिंह पार्टी के सम्मानित व वरिष्ठ नेता हैं और वो ही चुनाव अभियान का प्रतिनिधित्व करेंगे, जबकि संगठन की अगुवाई वह स्वयं करेंगे। मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह द्वारा अपने पुत्र विक्रमादित्य सिंह को शिमला ग्रामीण से उतारने की पैरवी करने पर सुक्खू ने कहा कि मुख्यमंत्री वरिष्ठ नेता हैं और उन्होंने फैंसला विवेक भरा होेता है।
कांग्रेस के बागियों की घर वापसी पर सुक्खू ने कहा कि अभी तक किसी भी बागी की वापसी नहीं हुई है। उन्होंने चुनाव से पहले बागियों को पार्टी में वापस न लेने के संकेत दिए। हालांकि युवा नेता यदुपति ठाकुर के मुददे पर उन्होंने कहा कि यदुपति को ब्लाक कांग्रेस ने निष्कासित किया था और इस पर कल शनिवार को पार्टी फैसला कर लेगी।