नाहन (एमबीएम न्यूज): भगौड़ों को दबोचने में पुलिस रिकॉर्ड की तरफ अग्रसर है। साथ ही ताजा मामले में पुलिस ने आम के आम-गुठलियों के दाम की कहावत को भी चरितार्थ कर डाला है।
दरअसल कुछ महीने पहले दिल्लीगेट के नजदीक एक ज्वैलरी की दुकान से एक शातिर चोरनी ने गहने चोरी किए, जो राजस्थान के अलवर की रहने वाली थी। पुलिस ने यह सोचा कि जब अलवर जा रहे हैं तो भगौड़े हनिफ का भी पता लगा लिया जाए। अलवर से गहने चोरने वाली युवती को लेकर जब पुलिस टीम लौटी तो साथ ही हनिफ का मोबाइल नंबर भी ढूंढ निकाला। यानि कहावत को चरितार्थ कर दिया। दूसरी बार टीम को हालांकि हनिफ अलवर में नहीं मिला, खाली हाथ ही लौटना पड़ा। लेकिन फोन पर लगातार नजर बनी हुई थी।
चंडीगढ़ में लोकेशन मिलते ही अलवर के रहने वाले हनिफ को गिरफ्तार कर लिया गया। पांवटा साहिब पुलिस को पांच साल पुराने मामले में हनिफ की तलाश आईपीसी की धारा-188 व 120बी के तहत थी। पीओ सैल के साथ साइबर सैल के संयुक्त प्रयास से हनिफ को दबोचा गया है, जिसके खिलाफ पांवटा थाने में चूना पत्थर को ट्रक में तय क्षमता से अधिक भरने का आरोप लगा था। संबंधित विभागों ने मामला दर्ज करवाया था। एसपी रोहित मालपानी ने पुष्टि की है।
कैसे बनेगा रिकॉर्ड..
दरअसल सिरमौर पुलिस ने महज डेढ़-दो महीने के भीतर ही 8 भगौड़ों को दबोचने में सफलता पाई है। इसी रफ्तार से पीओ सैल का कार्य जारी रहा तो निश्चत तौर पर चंद महीनों में भगौड़ों की गिरफ्तारी का रिकॉर्ड बन जाएगा।