नाहन (शैलेंद्र कालरा): जीवन में सब कुछ मिले तो दान-पुण्य करना चाहिए। शायद यही बात सोच कर एक उम्रदराज दंपत्ति नत्था राम शर्मा (85) व बिशना देवी (76) ने एक ऐसा उदाहरण पेश किया है, जो कई पूंजीपतियों के लिए सबक हो सकता है। दरअसल दंपत्ति ने बिलासपुर की पंचगई पंचायत में लगभग 5 करोड़ रुपए की साढ़े चार बीघा भूमि शिक्षा विभाग को दान करने की पेशकश की। यह अलग बात है कि सूबे का शिक्षा विभाग ने अपने चिर-परिचित अंदाज से फाइल पर Examine लिखकर पेशकश को पैंडिंग कर दिया।
बड़े बेटे मदन मोहन शर्मा, जो ट्रांसपोर्टर के साथ-साथ उद्योगपति भी हैं, ने अपने दो भाईयों निर्मल शर्मा व अनिल शर्मा के साथ बुजुर्ग माता-पिता की इस इच्छा पर कतई भी आपत्ति नहीं जताई। चूंकि शिक्षा विभाग इस बेशकीमती जमीन को दान में लेने की आनाकानी कर रहा था, लिहाजा मदन मोहन शर्मा ने इस भूमि को विद्या भारती को दान देने का फैसला लिया, जिसे माता-पिता समेत परिवार ने सहर्ष स्वीकार कर लिया। बहरहाल जहां एक संपन्न परिवार की ऊंची सोच की झलक सामने आई है, वहीं शिक्षा विभाग नालायकी भी सामने है।
दरअसल बुजुर्ग दंपत्ति का संबंध बिलासपुर की पंजगई पंचायत से है। लेकिन परिवार तकरीबन 50 साल से पांवटा साहिब में ही सैटल है। बुजुर्ग दंपत्ति की इच्छा थी कि पंचगई प्राथमिक पाठशाला को भूमिदान की जाए। इसी परिसर में 12वीं तक की कक्षाएं भी चलती हैं। खास बात यह है कि इसी स्कूल के खेल मैदान से साढ़े चार बीघा भूमि सटी हुई है।
एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत में दंपत्ति के बड़े बेटे व उद्योगपति मदन मोहन शर्मा ने कहा कि माता-पिता की शुरू से ही इच्छा थी कि स्कूल को जमीन दी जाए। इस बारे शिक्षा विभाग से पत्राचार हुआ, लेकिन कोई रूचि नहीं दिखाई गई। उन्होंने कहा कि जमीन के मूल दस्तावेज भी शिक्षा विभाग ने रख लिए थे, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। दूसरी तरफ माता-पिता का जल्द से जल्द भूमि दान करने को लेकर दबाव बन रहा था। पिता का कहना है कि वह अपने जीते जी ही भूमि को दान करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि पिता अपनी उम्र के कारण जल्द जमीन देने की कोशिश कर रहे थे। वहीं दूसरी तरफ विभाग से कोई रिस्पांस नहीं मिला।
लिहाजा बिलासपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा व पूर्व सीएम प्रेम कुमार धूमल के आग्रह पर इस भूमि को विद्या भारती को दान दिया गया है, जिसकी रजिस्ट्ररी जल्द करवाई जाएगी।
क्यों है जमीन की कीमत 5 करोड़?
खुले बाजार में भूमि की कीमत 5 करोड़ के आसपास होने का अनुमान है। इसकी खास वजह यह है कि जेपी सीमेंट से महज 5 किलोमीटर की दूरी है। चंद किलोमीटर की दूरी पर कौल डैम है। इसके अलावा एसीसी सीमेंट का माईनिंग एरिया भी इसी इलाके में है। बिलासपुर से यहां की दूरी 12 से 15 किलोमीटर ही है। इसके साथ-साथ जमीन उपजाऊ भी है। हाल ही में इस जमीन पर बिजाई करते समय उद्योगपति मदन मोहन शर्मा की तस्वीरें भी वायरल हुई थी।