घुमारवीं (सुभाष कुमार गौतम) : हिमाचल प्रदेश में मौसम के मिज़ाज बदलते ही बरसात का मौसम शुरु हो गया है और बरसात के दिनों में कई जानलेवा बिमारियां फैलती हैं। डेंगू, स्वाइन फ्लू, मलेरिया व कई तरह के बुखार इन सबसे अलग है। स्क्रब टाईफस इतनी जानलेवा बीमारी तो नहीं है लेकिन अगर इसका इलाज सही समय पर न हो तो यह जानलेवा हो सकती है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी कमल किशोर ने बताया कि स्क्रब टाईफस एक ऐसी बीमारी है जो कि बरसात में अधिकतर फैलती है। यह बीमारी पिसु से फैलती है और इस बीमारी में 104 व 105 तक बुखार आ जाता है। शरीर में अकड़न व बाजुओं के नीचे व कुल्लों में गिल्टी व सूजन आना इसके मुख्य कारण है।
हिमाचल प्रदेश में स्क्रब टाइफ़स फैलाने वाला बेक्टेरिया पिशु जो बरसात के दिनों में पहाड़ी इलाकों में अधिकतर पाया जाता है।
कमल किशोर ने बताया कि यह बीमारी पिशु नामक जीवाणु के काटने से फैलती है जो अधिकतर चूहे व झाड़ियों में पाया जाता है। बरसात में घरों के आसपास साफ सफाई रखें व खेतों में हाथ पॉव ढक कर जाए।रोज नहाए व साफ कपड़े पहने। यह बीमारी एक दूसरे से नहीं फैलती ।यह संक्रमण रोग नहीं है लेकिन अगर किसी को यह सब लक्षण दिखाई देते हैं तो मरीज बीमारी से ग्रसित व्यक्ति को चिकित्सक के पास ले जाना चाहिए व रक्त की जॉच करवानी चाहिए ताकि इस बीमारी की रोकथाम हो सके ।
उन्होंने बताया कि इस बीमारी की रोकथाम के लोगों को इस बीमारी के प्रति जागरूक किया जा रहा है जिसमें आशा वर्कर, ऑगनवाडी कार्यकर्ताओं व स्वस्थय विभाग के कर्मचारियों का सहयोग लिया जा रहा है ताकि लोगों को इस बीमारी के बारे में जानकारी दी जाए।