बिलासपुर (अभिषेक मिश्रा) : शराब के ठेके को लेकर हर जगह महिलाए धरने प्रदर्शन कर रही है जिसके बाबजूद यह ठेके बंद होने का नाम नही ले रहे है। शराब के ठेकेदार अपनी मनमर्जी से हर कहीं बिना विभाग की अनुमति लिए शराब के ठेके खोल रहे है लेकिन विभाग और प्रशासन मौन बैठा है। शराब के ठेकेदार को शराब के ठेके के लिए लोगो ने जमीं नही दी तो ठेकेदार ने सरकारी जमीं पर ही ठेका खोल दिया, जिस पर बार-बार शिकायत करने पर भी प्रशासन कोई कदम नही उठा पा रहा है। जिस कारण महिलाओं में आक्रोश बढ़ रहा है।
गौरतलब है नम्होल के घ्याल में शराब के ठेके को लेकर महिलाए शुरू से ही विरोध कर रही है जिसके बाबजूद यहाँ पर शराब का ठेका PWD विभाग की जमीन पर खुल गया ! जिसके बाद यहाँ की महिलाओं ने इस ठेके का विरोध किया और इसके विरोध में राष्ट्रिय उच्च मार्ग 205 पर चक्का जाम कर दिया जिसके बाद प्रशासन ने इन महिलाओं को 12 जून से पहले पहले इस ठेके को बंद करवाने का आश्वाशन दिया और करीब दो घंटे के बाद इन महिलाओं ने प्रशासन से मिले आश्वाशन के बाद राष्ट्रिय राज मार्ग को बहाल किया।
12 जून को भी यह ठेका बंद नही हुआ जिसके बाद 13 जून को महिलाओं ने इस शराब के ठेके को सेल्समेन से बंद करवा कर इसके बाहर ताला लगवाया और खुद इसके बाहर धरने पर बैठ गई ! इस दौरान उन्होंने जिला प्रशासन के खिलाफ भी जैम कर नारेबाजी की। मंगलवार से यह सभी महिलाए इस ठेके के बाहर धरने पर बैठी है पर अभी तक प्रशासन की तरफ से इस बारे में कोई कार्यवाही नही की जा रही है। ठेके के बाहर धरना धरना-प्रदर्शन कर रही महिलाओं का कहना है कि शराब ठेकेदार के कर्मचारी यहां पर आकर हमने धमकियां दे रहे हैं कि आप जो मर्जी कर लो यह ठेका यहां से नहीं उठेगा।
उन्होंने बताया की यह साड़ी धमकियाँ उन्हें पुलिस के सामने दी गई। उन्होंने कहा की ठेकेदार सरेआम गुंडागर्दी कर रहा है जिसके बाबजूद प्रशासन चुप बैठा हुआ है महिलाओं ने कहा कि विभाग बताए कि सरकारी जमीन में ठेकेदार को ठेका खोलने की अनुमति कैसे दी गई अगर विभाग कुछ भी कार्रवाई नहीं करता है तो हम अपनी जिद पर अड़ कर ही इस ठेके को बंद करवा कर ही रहेंगे चाहे हमारे ऊपर विभाग केस कर दे शराब ठेके के विरोध में उतरी महिलाओं का कहना है कि उन्होंने शराब ठेका खुलने से पहले ही इसका विरोध किया था, लेकिन प्रशासन ने इस तरफ कोई ध्यान नहीं दिया।
महिलाओं का कहना है कि पहले तो वह शांति से ठेके को हटाने की मांग करती रही। उन्होंने तहसीलदार सोहन लाल ठाकुर को इस बारे में ज्ञापन सौंपा था, लेकिन बावजूद इसके ठेके के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। महिलाओं ने डीसी बिलासपुर ऋगवेद सिंह ठाकुर को भी इस बारे शिकायत पत्र सौंपा था, लेकिन सरकार ने भी कोई कदम नहीं उठाया।