बिलासपुर (अभिषेक मिश्रा) : जेपी से माल भाड़ा न मिलने के सूरत में पिछले दो अढाई महीनों से आंदोलन कर रहे ऑपरेटरों का आमरण अनशन तीसरे दिन में प्रवेश कर कर गया। अनशन के तीसरे दिन समाजसेवी कैप्टन भगत राम शालूघाट-बागा आमरण अनशन में शामिल हुए । पिछले 76 दिनों से शांतिपूर्वक आंदोलन चल रहा है परन्तु प्रशासन एवं सरकार अभी तक कोई समाधान नही निकाल रही ।
ऑपरेटरो को जेपी कंपनी से अपना कमाया रुपया लेने के लिए भी हड़ताल और आमरण अनशन करना पड़ रहा है । 25000 लोगों को बेरोज़गार कर जेपी कंपनी ने मोहताज कर दिया है । जेपी कंपनी के माल भाड़ा अदा न करने के कारण पूरा इलाका आर्थिक मंदी के चपेट में आ चुका है । ट्रक ऑपरेटर्स के ऊपर इलाके का हर व्यवसाय प्रभावित हो रहा है । एक ओर कंपनी कहती है कि ऑपरेटरों को देने के लिए पैसे नही है, कंपनी घाटे में चल रही है वहीं दूसरी ओर कंपनी की गाड़ियां दिन भर हज़ारों लीटर तेल फूंकती है । अगर कंपनी के पास पैसा नही है तो व्यर्थ में डीजल की बर्बादी क्यों की जा रही है । अनशन पर बैठे कैपटन भगत राम ने बताया कि कंपनी की मंशा हमारा पैसा देना नही है ।
उन्होंने बताया कि आमरण अनशन को भी तीन दिन बीत गए है लेकिन न कंपनी की तरफ से और न ही सरकार की तरफ से किसी प्रकार की कार्यवाही हो रही है । ट्रक ऑपरेटरों में आक्रोश बढ़ रहा है । समन्वय समिति ने अभी तक आंदोलन को शांतिप्रिय रूप से चालू रखा परन्तु ट्रक ऑपरेटरों का आक्रोश अब अपनी चरम सीमा पर है जिसका खामियाजा जेपी कंपनी को भुगतना पड़ेगा ।