हमीरपुर (एमबीएम न्यूज़) : केन्द्रीय विद्यालय की छात्रा मनवी व तनवी जो कि सगी बहने हैं ने गौरैया के लिए गत्ते के डिब्बे से एक घोंसला बनाया है, जिसे देख सभी इन बच्चियों की प्रशंसा कर रहें हैं। मनवी व तनवी ने गत्ते के एक खराब पड़े डिब्बे को ठीक किया और उसे घोंसले की तरह सजाया।
इन बच्चों ने बताया कि दादी मां ने उन्हें बताया है कि पहले चिडिय़ां बहुत ज्यादा होती थी, लेकिन अब इनकी संख्यां कम हो गई है और यह चिडिय़ां पहले घरों के बरामदे में ही अपने घौंसले बनाया करती थीं मगर अब ऐसा नहीं है। उसी बात को सुनकर इन दोनों बच्चों गौरैया के एक घोंसला बनाने की मन में ठानी और गत्ते के वेस्ट डिब्बे से एक घौंसला बनाया तथा उसे घर के परिसर में ही टांग दिया है।
गौर रहे इन दिनों गौरैया अंडे देती हैं तथा दो मांह के भीतर इनके बच्चे जंन्म लेते हैं। गौरैया को लेकर लोगों में जागरूकता पैदा करने की आवश्यकता है क्योंकि कई बार लोग अपने घरों में इस पक्षी के घोंसले को बसने से पहले ही उजाड़ देते हैं। पक्षी विज्ञानीयों के अनुसार गौरैया को फिर से बुलाने के लिए लोगों को अपने घरों में इसके घोंसले के लिए कुछ ऐसे स्थान उपलब्ध करवाना चाहिए जहां यह पक्षी आसानी से अपना घोंसला बना सकें। उनके अंडे तथा बच्चे हमलावर पक्षियों से सुरक्षित रह सकें। कई बार उनके घोंसले सुरक्षित जगह पर न होने के कारण कौए जैसे हमलावर पक्षी अनके अंडों तथा बच्चों को खा जाते हैं।