कुनिहार (दीपक चौधरी) : नागरिक चिकित्सालय में वीरवार को एक बार फिर 108 के समय पर नही पहुंचने से मरीज की जान पर बन आई। आज सुबह करीब 4 बजे बाजनी गावं से प्रदीप कुमार अपनी पत्नी को डिलीवरी के लिए हॉस्पिटल लाया। 6: 30 पर मरा हुआ बच्चा पैदा हुआ व इस दौरान महिला की हालत बिगड़ गई। महिला की बिगड़ती हालत को देखते हुए डॉक्टर ने महिला को करीब 10 बजे शिमला के लिए रैफर कर दिया व साथ ही 108 के लिए कॉल की गई। चंडी हॉस्पिटल से 108 कुनिहार 55 मिनट में आने की बात हुई,परन्तु 108 नही पहुंची। फिर करीब 2:30 बजे दोपहर को अर्की से 108 पहुंची ।
गौरतलब है कि अस्पताल यंहा की साथ लगती करीब 15 पंचायतो का केंद्र बिंदु है और रोजाना यहां 300 से 500 ओपीडी होते है बावजूद इसके अस्पताल में मरीजो को मिलने वाली सुविधाओं का टोटा है। स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स के पद खाली पड़े है। ecg व अल्ट्रा साउंड की मशीनें अस्पताल में उपलब्ध् है जो कि धूल फांक रही है। यह अस्पताल पंचायतो की करीब18 से 30 हजार आबादी को स्वास्थ्य लाभ से जोड़ता है । कई सामाजिक संस्थाये भी कुनिहार हॉस्पिटल में 108 होने की बात को उठा चुकी है। यह क्षेत्र नेताओं का गढ़ है, परन्तु जनहित के मुद्दों पर कोई नेता चर्चा नहीं करते।
विकास सभा के प्रधान धनी राम तनवर, गोपाल शर्मा, हरदेव, कृष्ण लाल, मोहन सिंह आदि ने विभाग व सरकार से मांग की है कि नागरिक चिकित्सालय में रिक्त पड़े डॉक्टर व अन्य पदों को जल्द भरा जाए व लोगो को 108 जल्द उपलब्ध् करवाई जाए ताकि आपातकाल में लोगो को इस का लाभ मिल सके। डॉ हरि उप्पल से जब बात की गई तो उन्होंने बताया कि महिला की गम्भीर स्थिति को देखते हुए 10 बजे 108 के लिए कॉल की गई ,जो कि चंडी से 108 गाड़ी आनी थी,परन्तु चंडी से जब गाड़ी समय पर नही आई तो अर्की से 108 बुलानी पड़ी जो कि करीब 2 बजकर 30 मिनट पर पहुंची व महिला को शिमला भेजा जा सका।