शिमला (एमबीएम न्यूज़) : एचपीयू के कुलपति प्रो. एडीएन वाजपेयी का कार्यकाल कल बुधवार को पूरा हो जाएगा। इसके साथ ही कुलपति पद से उनकी विदाई हो जाएगा। चूंकि अभी सर्च कमेटी हुई नहीं है, इसलिए नए स्थायी कुलपति की नियुक्ति फिलहाल अधर में लटकी है। मगर तब तक के लिए प्रति कुलपति प्रो. राजेंद्र चैहान के पास कुलपति का कार्यभार रह सकता है।
वर्तमान कुलपति प्रो. वाजपेयी का कार्यकाल तीसरी बार बढ़ने की संभावना बहुत कम लग रही है। उन्होंने मई 2011 में कुलपति का पदभार संभाला था। वर्ष 2014 में तीन साल का कार्यकाल पूरा होने के बाद सरकार ने उन्हें छह महीने की एक्सटेंशन दी थी। इसके बाद वर्ष उन्हें दूसरी बार 3 साल का सेवा विस्तार मिला था।
बतौर कुलपति वाजपेयी के छह साल के कार्यकाल में छात्र संगठनों के बीच झडप के मामले बेशक बढ़े हों, लेकिन प्रदेश विश्वविद्यालय को पहली बार ए ग्रेड का तमगा मिलना कुलपति की सबसे बड़ी उपलब्धि रही है। छात्र हिंसा पर नकेल लगाने के लिए वाजपेयी ने वर्ष 2013 में छात्र संघ के प्रत्यक्ष चुनावों पर रोक लगाने का एतिहासिक निर्णय लिया था।
इस बीच मंगलवार को कुलपति वाजपेयी ने विवि के गैरशिक्षक कर्मचारियों को सम्बोधित किया। यह सम्बोधन उन्होंने अपने कार्यकाल के छः वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में दिया। कुलपति ने अपने छः वर्षों में किए गए सम्पूर्ण कार्य को कर्मचारियों के साथ सांझा किया।
विश्वविद्यालय सभागार में आयोजित एक समारोह में कुलपति वाजपेयी ने विश्वविद्यालय के सभी कर्मचारियों का आवाह्न किया कि वे वर्ष 2021 में विश्वविद्यालय को ‘‘ए’’ ग्रेड से बेहतरीन दर्जा दिलाने के लिए कर्मठता से कार्य करें तथा उनके द्वारा आरम्भ किए गए नवाचारों को तत्परता के साथ भविष्य में आगे बढ़ाएं।
इससे पहले आज सुबह कुलपति ने विष्वविद्यालय प्रशासनिक अधिकारी संघ तथा सभी निर्वाचित संघों के प्रतिनिधियों से बैठक की तथा सभी से विश्वविद्यालय के प्रशासनिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का आहवान किया।