पांवटा साहिब (एमबीएम न्यूज): गौवंश की हत्या के मामले में मुख्य आरोपी इस्लाम को उत्तर प्रदेश के बिजनौर से गिरफ्तार कर लिया गया है। गुलाबगढ़ पंचायत में गौवंश की हत्या की घटना ने रविवार को सनसनी फैला दी थी। हिन्दू संगठन भी इस मामले में लामबंद हो गए थे। सूत्रों के मुताबिक पुलिस ने मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी को लेकर जाल बुना हुआ था। इसमें मोबाइल लोकेशन व गिरफ्तार तीन आरोपियों से इस्लाम के ठिकाने को लेकर जांच की जा रही थी।
युवक को निशानदेही के लिए ले जाती पुलिस। (File Photo)सनद रहे कि इस मामले में पुलिस ने पहले ही दिन तीन आरोपी फरियाद, अख्तर अली व रिजवान को गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस इस मामले में डीप फ्रीजर व खेत से बरामद गौवंश के मांस को जांच के लिए भेज चुकी है। हालांकि प्रथम दृष्टि में ही इस बात का पता चल गया था कि बरामद किया गया मांस गौवंश का ही है। ठीक से यह बात स्पष्ट नहीं हुई है कि आरोपियों ने बछड़े या फिर बछड़ी को मौत के घाट उतारा था।
सूत्रों के मुताबिक गौवंश की हत्या में इस्तेमाल हथियार भी बरामद हुए हैं, लेकिन सैंपल में मिलान होने के बाद ही सही तरीके से इसकी तस्दीक हो पाएगी। दीगर है कि एसपी सौम्या सांबशिवन ने भी घटनास्थल का जायजा लिया था। सोमवार को इस मामले में हिन्दू संगठनों की क्यारदा में एक विशेष बैठक भी हुई थी। जिसमें मुख्य तौर पर विहिप के जिला मंत्री दीपक भंडारी समेत बजरंग दल के जिला संयोजक रवि कुमार इत्यादि मौजूद हुए थे। मंगलवार को भी बैठक की गई।
5 फरवरी को बायकुआं में भी बैठक का ऐलान हुआ था। सबसे बड़ी नाराजगी यही जाहिर की जा रही थी कि मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस की दलील है कि मामले को पूरी तरह से सुलझा लिया गया है। चारों आरोपी सलाखों के पीछे हैं। जबकि कच्चे मांस समेत खुर भी बरामद हुए हैं।
इस घटना में पुलिस ने आईपीसी की धारा-429 के अलावा गाय स्टालर एक्ट की धारा-8 व पशु अत्याचार एक्ट की धारा-11 के तहत मामला दर्ज किया है।
उधर एसपी सौम्या सांबशिवन ने मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए कहा कि पूरी गहनता से जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि मुख्य आरोपी से अन्य पहलुओं को लेकर कड़ी पूछताछ की जाएगी।
उधर डीएसपी प्रमोद चौहान ने कहा कि हरेक पहलू से मामले को तीन दिन के भीतर ही सुलझा लिया गया है।