कालाअंब,12 मार्च : हिमाचल प्रदेश के औद्योगिक क्षेत्र कालाअंब के साथ सटे हरियाणा के नारायणगढ़ विधानसभा से विधायक रहे नायब सिंह सैनी (54) को पड़ोसी राज्य में सीएम पद की कुर्सी मिली है। वो साल 2014 में नारायणगढ़ विधानसभा से विधायक बने थे।
खास बात ये भी है कि सिरमौर रियासत के अंतिम शासक की नातिन दीया कुमारी मौजूदा में राजस्थान की डिप्टी सीएम है। चूंकि हरियाणा की सीमा से पार हिमाचल की नाहन विधानसभा क्षेत्र में नायब सैनी का लगाव गहरा रहा है, लिहाजा,सैनी के हरियाणा के मुख्यमंत्री बनने पर कालाअंब के इलाको में भी ख़ुशी की लहर है। सैनी का गांव मिर्जापुर नारायणगढ़ से लगभग 8 किलोमीटर है। जानकारों का कहना है कि इस साल के अंत में विधानसभा के चुनाव होने है, ऐसे में संभव है कि उन्हें विधानसभा का चुनाव लड़ना ही न पड़े।
बता दें कि एक समय था जब नारायणगढ़ को हरियाणा के सबसे पिछड़े क्षेत्र में शुमार किया जाता था। कालाअंब के उद्योग जगत ने नारायणगढ़ कस्बे को भी विकास की नई दिशा दी। दीगर है कि कालाअंब से नारायणगढ़ की दूरी 10 किलोमीटर से भी कम है। मंगलवार शाम पांच बजे सैनी हरियाणा के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।
सैनी 2002 में युवा मोर्चा बीजेपी अंबाला से जिला महामंत्री बने। 2005 में युवा मोर्चा भाजपा अंबाला में जिला अध्यक्ष बने। नायब सिंह सैनी ने साल 2009 में किसान मोर्चा भाजपा हरियाणा के प्रदेश महामंत्री की जिम्मेदारी का निर्वहन भी किया। 2012 में बीजेपी अंबाला से जिला अध्यक्ष रहे। 2016 में वो हरियाणा सरकार में राज्य मंत्री रहे। 2019 में कुरुक्षेत्र से सांसद चुने गए। केंद्रीय नेतृत्व ने राज्य के प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर जिम्मेदारी सौंपी। निवर्तमान सीएम खट्टर के सैनी को करीबी माना जाता है। संघ के दिनों से एक दूसरे को जानते हैं। माना जाता है कि खट्टर ने ही उन्हें कुरुक्षेत्र से टिकट दिए जाने की पैरवी की थी जिसमें नायब सैनी खरे भी उतरे थे। उन्होंने चुनाव जीत कर खट्टर के भरोसे को कायम रखा।