ऊना (एमबीएम न्यूज़): मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि पार्टी के भीतर डबल स्टैंडर्ड और नकाबपोश चेहरों को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जब विपक्ष का कोई सदस्य बार-बार चुनाव जीतता है, तो यह स्पष्ट रूप से इंगित करता है कि पार्टी के भीतर कुछ तथाकथित नेता जो पर्दे के पीछे और अंधेरे में राजनीति करते हैं, की मदद के बिना ऐसा संभव नहीं हो सकता। मुख्यमंत्री ऊना जिले के विधानसभा क्षेत्र कुटलैहड़ के कोटला कलां में एक विशाल जनसभा को संबोधित कर रहे थे।
वीरभद्र सिंह ने कहा कि कुटलैहड़ क्षेत्र का पूर्व में बहुत विकास हुआ, लेकिन इस क्षेत्र से पिछले 35 वर्षों में कोई भी कांग्रेसी उम्मीदवार चुनाव नहीं जीता है और यही स्थिति ऊना विधानसभा क्षेत्र की भी है, जहां कांग्रेस पिछले 15 वर्षों से हार का सामना कर रही है। उन्होंने कहा कि ऊना तथा कुटलैहड़ निर्वाचन सभा क्षेत्रों में पार्टी के भीतर कुछ काली भेड़ों की पहचान की है। उन्होंने कहा कि कुछ नेता जो उनका सहारा लेकर उन्हें लुभाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन वह उनके मकसद से भलीभांति परिचित थे।
उन्होंने कहा कि दोहरे आदर्शों की राजनीति से परहेज किया जाना चाहिए और यदि कोई विपक्ष के साथ जाना चाहता है, तो वह जाने के लिये स्वतन्त्र है। वीरभद्र सिंह ने कहा पार्टी के साथ धोखा करने वाले लोग दो मूंहे हथियार की तरह है और लोगों को उनके बारे में पता होना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऊना में भाजपा के नेता इतने बड़े महारथी नहीं हैं, जिन्हें पराजित नहीं किया जा सकता, लेकिन वे कांग्रेस कार्यकर्ताओं की वजह से चुनाव जीत रहे थे, जो पार्टी के साथ धोखा करके उनकी मदद कर रहे थे।मुख्यमंत्री ने नव निर्वाचित पंचायत प्रतिनिधियों से बिना किसी राजनीतिक संबद्धता से ईमानदारी एवं समर्पण की भावना से कार्य करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि पंचायतों के विकास के लिये पर्याप्त धनराशि उपलब्ध करवाई जाएगी।
वीरभद्र सिंह ने कहा कि प्रदेश के लोगों की समस्याओं का निराकरण एवं विकास उनकी सर्वोच्च प्राथमिकताएं रही हैं। मुख्यमंत्री ने राजकीय उच्च पाठशाला कोटला कलां को वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला में स्तरोन्नत करने तथा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला डंगोली में इसी सत्र से वाणिज्य की कक्षाएं आरंभ करने की घोषणाएं की। उन्होंने ग्राम पंचायत अरनियाला में बुजुर्गों के लिये एक मनोरंजन कक्ष तथा व्यायामशाला के निर्माण की घोषणा की और इसके लिये उपायुक्त को शीघ्र कारवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने अजनोली में पेयजल योजना के संवर्धन की घोषणा भी की और इसके लिये संबन्धित विभाग को सर्वेक्षण करने के निर्देश दिए। इससे पूर्व, मुख्यमंत्री ने कोटला कलां में राधा-कृष्ण मंदिर में पूजा-अर्चना की।