ज्वालामुखी ( मोनिका शर्मा) : भाजपा नेता शांता कुमार ने भी धर्मशाला में पाकिस्तान के साथ क्रिकेट मैच के आयोजन को लेकर प्रश्न खड़ा किया है। शांता कुमार ने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों के चलते पाकिस्तान के साथ मैच खेलने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के साथ जब बातचीत नहीं हो पा रही है तो ऐसी स्थिति में मैच भी आवश्यक नहीं है। शांता कुमार ने यह प्रतिक्रिया अधिवक्ता विनय शर्मा द्वारा उनके समक्ष मैच को लेकर अपना पक्ष रखे जाने के बाद दी। विनय शर्मा धर्मशाला में मैच के आयोजन का विरोध कर रहे हैं तथा इसके लिए वह पूर्व में शहीद कैप्टन विक्रम बतरा व शहीद कैप्टन सौरभ कालिया के परिजनों से मिलकर मैच का आयोजन न किए जाने को लेकर समर्थन जुटा चुके हैं।
इसी कड़ी में शुक्रवार को विनय शर्मा ने शांता कुमार से भेंट की तथा पूर्व में हुई घटना व हाल में पठानकोट घटना के दृष्टिगत मैच के आयोजन को लेकर प्रश्र उठाए। शांता कुमार ने कहा कि शहीद परिवारों व अन्य लोगों की भावनाओं की कदर की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि पाक से संबंध एक नाजुक मोड़ पर हैं, वहीं पाकिस्तान लगातार आतंकवाद को बढ़ा रहा है। सीमा पर निरंतर घुसपैठ हो रही है। ऐसे में बेगुनाह सैनिक व नागरिक मारे जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साहस का नया प्रयोग किया तथा अचानक बधाई देने पाकिस्तान गए।
उन्होंने कहा कि यह शांति की दिशा में एक नया प्रयोग है, भले ही यह प्रयोग रिस्क भरा है। उन्होंने कहा कि इस प्रयोग से संभावना भी है तो अशंका भी। उन्होंने आशा जताई कि पाकिस्तान इसे समझेगा कि आतंकवाद उसके लिए भी लाभदायक नहीं है। उन्होंने कहा कि यदि मैच किसी और देश से होता तो किसी को आपत्ति नहीं होती। ऐसे मौके पर जब पठानकोट में हाल ही में हादसा हुआ है व भारत जो चाह रहा है, उसे पाकिस्तान अभी नहीं कर रहा है। ऐसे में मैच का आयोजन नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि धर्मशाला में मैच के दौरान पाकिस्तान का झंडा लहराएगा जबकि कुछ ही दूरी पर शहीद स्मारक है। ऐसे में सरकार व आयोजक मैच को टाल दें।