सुंदरनगर: सुंदरनगर में कार्यरत थाना प्रभारी गुरबचन सिंह की डीएसपी पद पर पदोन्नति हुई है। हिमाचल प्रदेश सरकार के गृह विभाग द्वारा जारी अधिसूचना के तहत प्रदेश पुलिस के 10 पुलिस निरीक्षकों को डीएसपी बनाया गया है। विशेष वार्ता के दौरान गुरबचन सिंह रणौत ने कहा कि उनका जन्म गांव ठडोह, डाकघर भटवाड़ा, तहसील घुमारवीं (बिलासपुर) में हुआ था। उन्होंने कहा कि उनके पिता गुरदीप सिंह वर्ष 1966 में भारतीय सेना से बतौर सूबेदार सेवानिवृत हुए थे। उन्होंने कहा कि जब वह मात्र 7 वर्ष के थे तो उनके पिता का देहांत हो गया था।
उन्होंने कहा कि देश के प्रति कार्य करने की इच्छा और जनून के कारण पुलिस में भर्ती होने का मन बनाया। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा पास कर प्रदेश पुलिस में अपना सफर वर्ष 1984 में बिलासपुर के लुहणू ग्राउंड में आयोजित भर्ती उर्तीण कर बतौर आरक्षी फर्स्ट बटालियन जुन्गा से शुरू किया। इसके उपरांत वर्ष 1988 से 2003 तक बतौर ट्रेनिंग इंस्ट्रक्टर तैनात रहे।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2000 में उन्हें बतौर एएसआई के तौर पर पदोन्नति मिली और वर्ष 2007 में पालमपुर पुलिस थाना में तैनात रहे। इसके उपरांत वर्ष 2008 में बतौर एसआई के पद पर पदोन्नति प्राप्त कर कुल्लू सदर पुलिस स्टेशन में तैनाती पाई। उन्होंने कहा कि वर्ष 2008 से 2011 तक एसएचओ आनी के तौर पर अपनी सेवाएं प्रदान की। उन्होंने कहा कि वर्ष 2011 से 2014 तक एसएचओ मैकलोडगंज व वर्ष 2014-2017 एसएचओ पालमपुर तैनात रहे।
डीएसपी गुरबचन सिंह ने बतौर एसएचओ सुंदरनगर का कार्यभार वर्ष 2017 में संभाल कर अभी तक अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। गुरबचन सिंह ने प्रदेश पुलिस के लिए वर्ष 1988 से 2003 तक बॉलीवाल नेशनल टीम का प्रतिनिधित्व भी किया है। गुरबचन सिंह ने कहा कि पुलिस विभाग की विभिन्न ट्रेनिंग के दौरान हमेशा उत्कृष्ठ प्रदर्शन किया है।
उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग में सेवाएं देने के साथ-साथ अपनी पढ़ाई को आगे बढ़ाते हुए स्नातक की डिग्री प्राप्त की। वही उन्होंने कहा की मई 2017 से सुंदरनगर थाना प्रभारी का कार्यकाल बहुत अच्छा रहा यहाँ के लोगो सहयोग लगातर प्राप्त हुआ।
जड़ से ख़त्म हो सकता है नशा…
गुरबचन सिंह ने बताया कि डीएसपी पद पर विराजमान होने के बाद प्रदेश में बढ़ रहे नशा तस्करों और युवाओं में बढ़ रहे नशे के प्रभाव को लेकर कड़ा अभियान छेड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि अभिभावक और स्थानीय लोग अगर पुलिस का सहयोग करें तो नशे को जड़ से खत्म किया जा सकता है लोग पुलिस का सहयोग करें तभी नशे को जड़ से खत्म किया जा सकता है। साथ ही कहा की प्रदेश में नशा फेलाने वालो को किसी भी कीमत पर पर बख्शा नहीं जाएगा।
बेस्ट पुलिस स्टेशन का अवार्ड…
गुरबचन सिंह के सुंदरनगर थाना में बतौर एसएचओ कार्यकाल के दौरान प्रदेश सरकार द्वारा थाना को वर्ष 2017-2018 के लिए बेस्ट पुलिस स्टेशन के अवार्ड से भी नवाजा गया है। धर्मशाला में आयोजित एक कार्यक्रम में प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और प्रदेश पुलिस डीजीपी द्वारा ट्राफी व 10 हजार नकद ईनाम से नवाजा गया था।