कुल्लू (एमबीएम न्यूज): नशे के खिलाफ राज्य की दूसरी सबसे युवा एसपी शालिनी अग्रिहोत्री (28) की टीम की कामयाबी छोटी नहीं है। इस बड़े मामले को पर्दाफाश करने में मनाली के डीएसपी पुनीत रघु ने भी अहम भूमिका निभाई। बुधवार को मनाली में एक विदेशी जोड़ा नशे की खेप के साथ गिरफ्तार हुआ है, यह बात पिछले कल ही उजागर हो गई थी। लेकिन आप यह जानकर हैरान हो जाएंगे कि इस खेप में एक किलो 7 ग्राम एमडीएमए भी बरामद हुआ है, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत 120 डॉलर प्रति ग्राम रहती है।
यानि बरामद एमडीएमए की कीमत 84 से 90 लाख के बीच होने की उम्मीद है। सूत्रों के मुताबिक बीती देर शाम तक प्रयोगशाला की टैस्टिंग के बाद ही पुलिस इस नतीजे पर पहुंची है कि यह नशीला पदार्थ एमडीएमए ही था। यह एक तरह की ऐसी नशीली दवा है, जिससे इंसान परम आनंद की अनुभूति हासिल करता है। इसी कारण इस ड्रग को एकास्टेसी कहा जाता है। काफी हद तक यह तय है कि एमडीएमए की इतनी बड़ी खेप पहली बार प्रदेश में पकड़ी गई है।
विदेशी जोड़े से कोकीन के 50 कैप्सूल व हेरोइन के अलावा 75 हजार रुपए कैश भी बरामद किया गया है। यानि यह भी साफ है कि बरामद की गई नशे की खेप की कीमत एक करोड़ हो सकती है। सूत्रों के मुताबिक इस मामले में गिरफ्तार यूएसए मूल का एलॉन पहले भी चरस के मामले में गिरफ्तार हुआ था। एक अरसे से पुलिस उस पर नजर बनाए हुए थी। सूत्रों का यह भी कहना है कि एमडीएमए की खेप का इस्तेमाल रेव या डिस्क पार्टीज में किया जाता है। इसी मकसद से इस ड्रग को मनाली पहुंचाया गया होगा। सूत्रों का यह भी कहना है कि पुलिस इस गंभीर मामले की जड़ तक पहुंचने को लेकर मेहनत कर रही है।
उधर एसपी शालिनी अग्रिहोत्री का कहना है कि बरामद की गई खेप की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत को लेकर सही आकलन तो नहीं किया जा सकता, अलबत्ता इतना जरूर कहा जा सकता है कि ड्रग बेहद कीमती है। उन्होंने माना कि प्रारंभिक तौर पर प्रयोगशाला की टैस्टिंग की गई है, जिसमें पॉजीटिव रिजल्ट आए हैं।
क्या है एमडीएमए …
कैमिकल रिएक्शन से 1912 में विदेशी फार्मास्यूटिकल कंपनी ने इसका उत्पादन शुरू किया था। यूएसए आर्मी ने 1953 में मनोरोग दवा के तौर पर वारफेयर में इस्तेमाल किया था। 1994 के बाद से इस दवा को एकास्टेसी के नाम से बेचा जाने लगा। 1985 में इस पर प्रतिबंध लग गया था। यह ड्रग एलएसडी, कोकीन, हेरोइन इत्यादि का मिश्रण होती है। इसे गोलियों के आकार में भी बेचा जाता है। चूंकि इस दवा के सेवन से पूर्ण आनंद की अनुभूति मिलनी शुरू हो जाती है। लिहाजा इसे अमीर नशेडी इस्तेमाल करते हंै, लेकिन इसके साइड इफैक्टस जबरदस्त हैं, क्योंकि इसमें चूहे मारने वाला जहर, कोफीन के अलावा भी कई खतरनाक पदार्थ मौजूद रहते हैं।