बिलासपुर (अभिषेक मिश्रा): सूबे के सबसे युवा 25 वर्षीय डीएसपी अनिल शर्मा मात्र 60 दिन में बेशुमार उपलब्धियां हासिल कर गए हैं। चुनाव आचार संहिता से एक रोज पहले तबादला कर दिया गया। यह दावे से तो नहीं कहा जा सकता, लेकिन चर्चाएं जरूर हो रही हैं कि सख्त कार्रवाई भी तबादले का कारण हो सकती है।
10 अगस्त को नैनादेवी में बतौर डीएसपी पहली पारी शुरू की थी। 11 अक्तूबर को तबादला आदेश हुए। कमाल देखिए कि सरकार तबादला आदेश जारी कर रही थी, वहीं डीएसपी अनिल शर्मा जंगलों की खाक छानते हुए अवैध शराब की भट्टियों की खाक छानने में लगे थे। तकरीबन 5 लाख रुपए का राजस्व अलग-अलग स्त्रोतों से सरकार के खजाने के लिए मात्र 45 दिन में अर्जित किया, क्योंकि 10-15 दिन का वक्त मुख्यमंत्री समेत प्रधानमंत्री की रैली में निकल गया। अन्यथा आंकड़ा 10 लाख के करीब भी पहुंच सकता था। माईनिंग के चालान से 60,200 रुपए अर्जित हुए।
सबसे अहम बात यह रही कि नैनादेवी उपमंडल की पंजाब से लगती 45 किलोमीटर की सीमा पर अहम स्थानों पर सीसी फुटेज लगाने का मसौदा तैयार किया। बिलासपुर के उपायुक्त ने इस मसौदे को मंजूरी दे दी है। नवरात्र मेलों के दौरान पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती ट्रैफिक व्यवस्था की रहती है। इस बार ट्रैफिक जाम की स्थिति पैदा ही नहीं हुई। ट्रैफिक नियमों को इस ढंग से प्रभावी किया गया है कि आज बाइक सवार हेल्मेट को पहनना जरूरी समझते है। इलाके में नशे के माफिया की कमर तोड़ते हुए दो महीनों में 6 मुकदमे दर्ज कर हजारों लीटर कच्ची लाहन को नष्ट किया।
मोबाइल चोरी का मामला 48 घंटों के भीतर सुलझाकर अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया। इसके अलावा हाईवे पर टैक्स चोरी करने वाले सक्रिय गिरोह का पर्दाफाश किया। अतिरिक्त सामुदायिक पुलिसिंग में स्कूल के विद्यार्थियों को साथ जोड़ा। दो नाबालिग लड़कियों व एक लडक़े को समय रहते ही बरामद करने में सफलता अर्जित की। सावन अष्टमी के दौरान एक अन्य नाबालिग को भी बरामद कर लिया गया।