नाहन (एमबीएम न्यूज): राज्य के सबसे युवा डीएसपी के तौर पर ट्रांसगिरि क्षेत्र की नाया पंजोड़ पंचायत के कफेनू गांव के अनिल शर्मा ने पारी शुरू कर दी है। मंगलवार को प्रोबेशन पीरियड पूरा होने के बाद सरकार ने 24 साल 10 महीने के अनिल शर्मा को बिलासपुर के नैना देवी में बतौर डीएसपी नियुक्ति दी है। संयोग यह भी है कि नैना देवी से सिरमौर के सराहां के रहने वाले युवा एचपीएस अधिकारी बलदेव सिंह का तबादला हुआ है।
युवा डीएसपी ने 21 साल की उम्र पूरी होने के बाद पहली बार में ही एचपीएस की परीक्षा पास कर ली थी। करीब एक साल का वक्त अंतिम नतीजा आने में लग गया। इसके बाद लगभग अढ़ाई साल की ट्रेनिंग व प्रोबेशन पीरियड पूरा किया है। साधारण किसान परिवार में जागर सिंह व मालो देवी के घर में जन्में अनिल के गांव तक पहुंचने के लिए आज भी सडक़ की सुविधा नहीं है। हालांकि मुख्य सडक़ से गांव को तकरीबन चार किलोमीटर की दूरी तक संपर्क मार्ग से जोड़ा गया है, लेकिन इसका इस्तेमाल न के बराबर ही होता है, क्योंकि सडक़ बेहद जोखिमपूर्ण है। बहरहाल युवा एचपीएस अधिकारी अपने गांव तक पहुंचने के लिए लगभग चार किलोमीटर का सफर पैदल ही तय करते हैं।
प्रदेश के सबसे युवा डीएसपी की सफलता में वरिष्ठ एचएएस अधिकारी व डॉ. वाईएस परमार मेडिकल कॉलेज में संयुक्त निदेशक के पद पर तैनात केवल शर्मा की भी बड़ी भूमिका रही है। युवा डीएसपी का कहना है कि मार्गदर्शन के बिना सफलता को पाना मुश्किल हो जाता है। सनद रहे कि 30 अक्तूबर 1992 को जन्में अनिल शर्मा ने एक साल का वक्त सोलन में प्रोबेशन पीरियड के दौरान बिताया है।
यह भी संयोग ही है कि मंगलवार को ही सरकार ने आईपीएस अंजुम आरा का तबादला भी बिलासपुर में बतौर एसपी किया है। युवा डीएसपी का कहना है कि सोलन के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. मनमोहन सिंह के सानिध्य में भी काफी कुछ सीखने को मिला है।
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युवा डीएसपी ने अपनी उपलब्धि में एक ओर तमगा हासिल किया है। इस बार की राज्य स्तरीय स्वतंत्रता दिवस की परेड में डीएसपी अनिल को रिजर्व कमांडर के तौर पर रखा गया है।