शिमला (शैलेंद्र कालरा) : समूचे प्रदेश को कोटखाई के गुडिया प्रकरण ने हिलाकर रख दिया। हरेक कोने में पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए जाने लगे। लगातार केस की जांच सीबीआई को सौंपने की मांग होने लगी। पुलिस पर पूरा दबाव था। मगर एक सप्ताह के भीतर ही हिमाचल पुलिस ने पूरे मामले की परतें उधेड कर साबित कर दिया कि खाकी भी सीबीआई से कम नहीं है। सोशल मिडिया में इस प्रकरण को दिल्ली के निर्भया कांड से जोड दिया गया। लेकिन यह कोई नहीं समझ पाया कि दिल्ली प्रकरण से कई गुणा ज्यादा यह मामला पेचीदा था।
निर्भया कांड में पुलिस के पास पीडिता का बयान था, चश्मदीद गवाह था, सीसी फुटेज थी। लेकिन इस केस में केवल पुलिस का अपना संयम ही था। हालांकि आधुनिक तकनीक के साथ-साथ मानवीय खुफिया तंत्र ही सहारा था। यकीन मानिए, दबाव बढा तो सरकार ने स्पेशल इन्विेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) का गठन कर दिया। इसका चीफ आईजी जहूर एच जैदी को बना दिया गया। जो अपने पिता के निधन के बाद हाल ही में ड्यूटी पर लौटे थे।
एसआईटी चीफ ने अपनी व्यक्तिगत पारिवारिक क्षति को भूलकर इस केस को बेपर्दा करने के लिए दिन रात एक कर दिया। एमबीएम न्यूज नेटवर्क द्वारा अपने स्तर पर जुटाई पुख्ता जानकारी के मुताबिक पिछले 72 घंटों में एसआईटी की टीम ने 50 से 55 घंटे की वर्किंग को अंजाम दिया। खुद आईजी भी कोटखाई में ही डेरा डाले रहे। सोचिए, एसआईटी टीम के सदस्य मात्र पिछले तीन दिनों में केवल 3 से 4 घंटे ही सो पाए। समूचे मामले में सोशल मिडिया में हर तरह की अफवाह फैली। लेकिन एसआईटी ने कोई भी हडबडाहट नहीं दिखाई। सीबीआई की मांग होने से पुलिस को शर्मिदंगी होना लाजमी था लेकिन जांच की दिशा को नहीं भटकने दिया गया।
उधर एमबीएम न्यूज नेटवर्क ने एसआईटी के चीफ व आईजी जहूर एच जैदी से इस मामले पर बात की तो उन्होंने कहा कि पिछले तीन दिनों में चंद घंटे की ही नींद ली है। टीम के सदस्यों के साथ-साथ कोटखाई पुलिस मेहनत पर जुटी रही। उनसे जब पूछा गया कि सीबीआई की मांग हो रही थी तो उन्होंने कहा कि इससे कोई फर्क नहीं पडता, क्योंकि एसआईटी संयम से अपनी जांच को आगे बढ़ा रही थी। इस बात को लेकर पूरे आश्वस्त थे कि इस बहुचर्चित मामले को समयबद्ध तरीके से सुलझा लिया जाएगा। उन्होंने इस बात को भी माना कि हाल ही में अपने पिता के निधन के बाद ड्यूटी पर लौटे थे।
कौन थे एसआईटी के सदस्य..
चार सदस्यीय टीम में आईजी जहूर एच जैदी को चीफ बनाया गया। इसके अलावा ठियोग के डीएसपी मनोज जोशी, एएसपी भजन नेगी व कोटखाई थाना के एसएचओ रविंद्र सिंह को शामिल किया गया।