शिमला (एमबीएम न्यूज) : भाजपा की परिवर्तन रैली से प्रधानमंत्री की कुर्सी गायब होने का मामला अब तूल पकड़ने लगा है। पुलिस इस पूरे मामले की तह तक जाने में जुट गई है। इसके लिए संबंधित पक्षों के बयान दर्ज किए जाएंगे। ताकि पूरी स्थिति साफ हो सके। शिकायत मिलने पर पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। डीएसपी सिटी राजेंद्र कुमार को मामले की जांच का दायित्व सौंपा गया है।
रिज मैदान में 27 अप्रैल को प्रधानमंत्री की एतिहासिक रैली हुई थी। यहां मंच पर 11 कुर्सियां रखी गईं थीं, जिनमें एक विशेष कुर्सी पर प्रधानमंत्री मोदी विराजमान हुए थे। ये सभी कुर्सियां शहर के लोअर बाजार स्थित एक नामी फर्नीचर के शोरूम से किराए पर मंगवाई गई थीं। रैली समाप्त होने के बाद जब भाजपा कार्यकर्ता फर्नीचर शोरूम से कुर्सियां वापिस कर रहे थे, तब पता चला कि जिस कुर्सी पर मोदी बैठे थे, वह गायब है।
दिलचस्प यह है कि प्रदेश सरकार के डिप्टी एडवोकेट जनरल ने इस बावत पुलिस में शिकायत दी है। उनका कहना है कि रैली स्थल से प्रधानमंत्री की कुर्सी का एकाएक चोरी होना देश व प्रदेश के लिए प्रतिष्ठा का सवाल है तथा इस मामले में एफआईआर दर्ज कर पुलिस को दोषी के खिलाफ उचित कारवाई करनी चाहिए।
दूसरी तरफ भाजपा लगातार कहती आ रही है कि मंच की जिस कुर्सी पर प्रधानमंत्री बैठे थे, वह चोरी नहीं हुई है, प्रधानमंत्री का कोई प्रशंसक उसे उठा कर ले गया है।
भाजपा जिला अध्यक्ष संजय सूद ने संपर्क करने पर बताया कि इस मामले को बेवजह तूल दिया जा रहा है। रैली स्थल से पीएम की कुर्सी चोरी नहीं हुई है, इसे गलत ढंग से प्रचारित किया जा रहा है। मोदी का कोई प्रशंसक इसे उठा कर ले गया है तथा हमें इस बात का कोई एतराज नहीं है।
उधर, जांच अधिकारी व डीएसपी सिटी राजेंद्र ने बताया कि उन्हें इस मामले की जांच करने को कहा गया है। इस संदर्भ में वह जानकारी एकत्रित कर रहे हैं तथा मामले से जुड़े लोगों के बयान तलब किए जाएंगे।