मंडी (वी कुमार): मनाली हाईवे पर शनिवार सडक़ हादसे में दो परिवारों की एक ऐसी मार्मिक स्टोरी सामने आई है, जिसे पढक़र आपका दिल पसीज जाएगा। टीसीपी से सेवानिवृत सुभाष मल्होत्रा अपनी पत्नी हेमलता के साथ उसी अभागी बस में सवार थे, जो ब्यास में लुढक़ गई। घर से छोटी बेटी की शादी का न्यौता रिश्तेदारों को देने निकले थे। हादसे में दोनों ने ही एक साथ घटनास्थल पर दम तोड़ दिया। पीछे घर पर बेटी अनाथ हो गई है।
सोचिए, इस परिवार की दर्दनाक स्थिति। 25 नवंबर को छोटी बिटिया का विवाह तय हुआ था। बड़ी बेटी की शादी की जिम्मेदारी दंपत्ति पूरी कर चुका था। शहर की प्रेम गली के रहने वाले दंपत्ति की मौत की खबर सुनकर हर कोई सन्न रह गया। खबर मिलते ही आसपास का बाजार बंद हो गया।
उधर इस हादसे में 30 साल के राकेश कटोच व 28 साल के भुवनेश कटोच सगे भाईयों की मौत भी घटनास्थल पर ही हो गई। बचपन में ही भाईयों के सिर से पिता का साया उठ गया था। घर पर विधवा मां अकेली रह गई है। दोनों ही भाईयों को परीक्षा के लिए कुल्लू जाना था, मगर आनी के करशाला गांव के रहने वाले भाई मंडी क्यों गए, इस बात का कोई पता नहीं है। दोनों ही भाईयों की शादी नहीं हुई थी। घर पर बेसहारा मां की आंखें पथरा रही हैं।
दोनों परिवारों की विडंबना यह भी है कि मौत का ग्रास बने चारों को मुखाग्रि कौन देगा। दंपत्ति की बेटियां माता-पिता को एक साथ मुखाग्रि देंगी या नहीं, यह स्थिति स्पष्ट नहीं है। साथ ही वो विधवा मां क्या करेगी, जिसके दोनों बेटे एक साथ ही दुनिया को अलविदा कह गए।
एमबीएम न्यूज नेटवर्क इन परिवारों के लिए कुछ नहीं कर सकता, केवल भगवान से यही कामना कर सकता है कि पीछे बचे पारिवारिक सदस्यों को इस बड़े दर्दनाक हादसे को सहन करने की शक्ति दे।