कांगड़ा (रीना शर्मा): जिला कांगड़ा के पालमपुर क्षेत्र के थुरल की सन्हूं पंचायत में जफलोटा (जंगली फल) के बीज खाने से दो चचेरी बहनों की मौत हो गई है। दोनों बहनें पशुओं को चराने के लिए जंगल गई हुई थीं। इस दौरान उन्होंने जंगल में जफलोटा के बीज खा लिए, एक बहन की मौके पर ही मौत हो गई , जबकि दूसरी ने टांडा मेडिकल कॉलेज में दम तोड़ दिया। पुलिस ने मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के मुताबिक सन्हूं पंचायत के गांव फगूरता की दो चचेरी बहनें शिवानी (20) पुत्री सूंका राम और कोमल (17) पुत्री रणजीत सिंह गत दिवस जंगल में पशुओं को चराने गई हुई थीं। दोपहर के समय गांव की ही एक अन्य लड़की ने परिजनों को बताया कि दोनों बहनें जंगल में तड़प रही हैं। सूचना पाने पर पहुंचे गांव के लोग तुरंत दोनों को थुरल अस्पताल ले गए। डॉक्टर ने शिवानी को मृत घोषित कर दिया और कोमल की गंभीर हालत को देखते हुए उसे टांडा मेडिकल कॉलेज रैफर कर दिया गया, जहां पहुंचने कोमल ने भी दम तोड़ दिया। शिवानी आइटीआइ पालमपुर की छात्र थी जबकि कोमल सन्हूं स्कूल में ही जमा एक में पढ़ती थी।
थुरल थाना प्रभारी ने बताया कि लड़कियों के परिजनों और गांव के लोगों ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि जब वह जंगल में पहुंचे तो एक लड़की बेसुध थी और दूसरी को थोड़ी होश थी, उसी ने बताया कि दोनों ने जंगल में जफलोटा खाया था। जिस कारण इनकी तबीयत बिगड़ गई। उन्होंने बताया कि पुलिस ने मामला दर्ज कर शवों को कब्जे में ले लिया है। दोनों शवों का पोस्टमार्टम पालमपुर सिविल अस्पताल में होगा।