शिमला (एमबीएम न्यूज़) : हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी की सोमवार को पार्टी कार्यालय राजीव भवन में आयोजित बैठक में विभिन्न मुद्दों पर भाजपा सरकार को घेरने की रणनीति अपनाई गई। बैठक में प्रदेश कांग्रेस पदाधिकारियों, कार्यकारिणी सदस्यों व जिला अध्यक्षों ने भाग लिया। बैठक की अध्यक्षता ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने की।
सुक्खू ने बताया कि इस बैठक में विधानसभा चुनावों में ईवीएम के साथ हुई छेड़छाड़ के अदालत में भाजपा सांसद विरेंद्र कश्यप पर भ्रष्टाचार के अरोप तय होने की विस्तारपूर्वक चर्चा की। इसके अलावा प्रदेश सरकार को सौ दिन का समय देने का निर्णय लिया गया। सौ दिन बाद कांग्रेस पार्टी भाजपा सरकार के 100 दिन के कार्यों की समीक्षा करेगी। साथ ही विधानसभा चुनावों के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा अनुशासनहीनता से कार्य करने वालों के बारे में भी मंथन किया।
उन्होंने आगे कहा कि सबसे बड़ा खतरा इस समय विश्व की सबसे पुरानी लोकतांत्रिक प्रणाली पर मंडरा रहा है। सत्ता हथियाने के लिए कुछ स्वार्थी लोग लोकतंत्र को भी दांव पर लगाने से गुरेज नहीं कर रहे। सबसे बड़ा सवाल चुनावी प्रक्रिया को संपन्न कराने के लिए प्रयोग लाई जा रही ईवीएम से छेड़छाड़ के आरोपों के कारण पूरे सिस्टम पर उठा है। ईवीएम की निष्पक्षता सवालों के घेरे में है। अनेक चुनावों के अप्रत्याशित चुनाव नतीजों से ईवीएम से छेड़छाड़ के आरोपों पर संदेह पुख्ता भी हुआ है।
उन्होंने कहा कि भाजपा सांसद विरेंद्र कश्यप पर आरोप तय होना एक गंभीर मामला है और अब भाजपा विधायक जेआर कटवाल पर भी एफआईआर दर्ज हुई है। प्रदेश भाजपा को इन मामलों में स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। इसके अलावा बैठक में आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर चर्चा की गई ओर कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों को चुनाव के लिए पूरे दमखम के साथ चुनावी तैयारियों में जुटने को कहा गया।
बाद में ईवीएम मामले पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा सुक्खू के नेतृत्व में प्रदेश चुनाव आयुक्त को ज्ञापन सौंपा गया।