हरिद्वार, 06 अप्रैल : 80 के दशक की फिल्मों में देखा होगा, कैसे बदमाश बच्चों से भीख मंगवाते है। विश्वास करना कठिन हो सकता है लेकिन आज भी रियल लाइफ में ऐसे गैंग ऑपरेट कर रहे है। चंद रोज पहले उत्तर प्रदेश निवासी महेंद्र द्वारा बेटे के मुंडन के दौरान उसकी तीन वर्षीय बेटी के गुम होने की रिपोर्ट कोतवाली नगर में आईपीसी की धारा 363 के तहत दर्ज करवाई। मासूम बच्ची के लापता होने से हर कोई परेशान था।
सीसी फुटेज की पड़ताल में पता चला कि बैग टांगे एक अधेड़ उम्र का व्यक्ति बच्ची को कंधे पर बैठाकर ले गया है। घटना की गम्भीरता को देखते हुए एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल द्वारा बच्ची की सकुशल बरामदगी हेतु तत्काल अलग-अलग टीमें गठित कर मॉनिटरिंग का जिम्मा खुद अपने हाथों में लिया। संदिग्ध की पहचान के लिए दिन- रात धरातल पर प्रयास करने के साथ ही हरिद्वार पुलिस द्वारा सोशल मीडिया पेज के माध्यम से भी आमजन से भी सहयोग मांगा गया। हरिद्वार पुलिस द्वारा लगातार की जा रही मेहनत रंग लाई। पुलिस टीम ने संदिग्ध आरोपी सुरेंद्र सिंह को उत्तर प्रदेश के शामली से गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही सकून देने वाली यह भी है कि अपहरण बच्ची को भी सकुशल रेस्क्यू करने के बाद परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया है।
अभियुक्त ने पूछताछ में बताया कि “बच्चों को देखकर लोग भीख आसानी से दे देते हैं, मैंने बच्ची का अपहरण भीख मांगने के लिए किया था। आरोपी की पहचान सुरेंद्र सिंह पुत्र वलीद निवासी ग्राम हाथी करौंदा थाना बाबरी जिला शामली उत्तर प्रदेश के तौर पर हुई है। @K1