सोलन (एमबीएम न्यूज़) : डॉ. वाईएस परमार बागवानी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी के एमएससी में पढ़ रहे छात्र हितांशुल कौशल की अचानक विवि परिसर में मौत हो गई। इस घटना के उपरांत नौणी विवि में शौक की लहर है। हालांकि प्रारंभिक जांच में क्षेत्रीय अस्पताल सोलन के डॉक्टरों ने छात्र की मौत का कारण अल्सर (रसौली) के फटने का बताया है। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद छात्र का शव परिजनों को सौंप दिया है।
जानकारी के मुताबिक डॉ. वाईएस परमार विवि नौणी में सोमवार की रात्रि एमएससी प्रथम वर्ष में पढ़ रहे कुनिहार के रिनवी गांव निवासी छात्र हितांशुल कौशल की तबीयत अचानक बिगड़ गई। हितांशुल की तबीयत को बिगड़ता देख छात्रों ने इसकी सूचना विवि के प्राध्यापकों को दी। इसके बाद हितांशुल को उपचार के लिए विवि परिसर के स्वास्थ्य सेंटर में ले जाया गया। चिकित्सकों ने हितांशुल को इंजेक्शन दिया,लेकिन उसकी तबीयत में कोई सुधार नहीं हुआ।
चिकित्सकों ने हितांशुल को क्षेत्रीय अस्पताल सोलन के लिए रैफर किया गया। इसी बीच हितांशुल के परिजनों को विवि प्रबंधन की तरफ से सूचना दी गई। सूचना मिलने के कुछ समय बाद हितांशुल कौशल के परिजन भी सोलन पहुंच गए। सोलन अस्पताल ले जाते वक्त हितांशुल की तबीयत बिगड़ती चली गई व उसने ओच्छघाट के निकट रास्ते में ही मौत हो गई। परंतु हितांशुल कौशल को सोलन अस्पताल लाया गया,जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मंगलवार की सुबह क्षेत्रीय अस्पताल सोलन मृतक छात्र के शव का पोस्टमार्टम किया गया। हालांकि डॉक्टरों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में छात्र की मौत अल्सर फटने की वजह से होना सामने आई है। इस घटना के बाद नौणी विवि में मातम छा गया। विवि के छात्र-छात्राओं, सभी विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों ने इस घटना पर दुख व्यक्त किया है तथा शोक संतप्त परिवार के प्रति गहरी संवेदनाए व्यक्त की है।
उधर नौणी के वीसी डा.हरिचंद शर्मा सहित विवि के कई उच्चाधिकारी मंगलवार को रिनवी गांव पहुंचे और छात्र हितांशुल कौशल के अंतिम संस्कार में शामिल हुए।