मंडी, 03 अक्टूबर : विधायक विक्रमादित्य सिंह के कर्मचारियों के खिलाफ दिए तल्ख बयान से बबाल खड़ा हो गया है और कांग्रेस पार्टी उपचुनाव नामांकन से पूर्व ही बैकफुट पर गई है। कर्मचारियों के खिलाफ खुले मंच से विधायक विक्रमादित्य सिंह की खुन्नस भरी टिप्पणी से कर्मचारियों का गुस्सा सातवें आसमान पर है। इधर भाजपा भी विक्रमादित्य पर हमलावर हो गई है।
भाजपा प्रदेश सह मीडिया प्रभारी ने कहा कि अधिकारियों और शिक्षकों के अपमान पर वरिष्ठ मंत्री महेंद्र सिंह को ज्ञान देने वाले विक्रमादित्य खुद अमल करना भूल गए। मंत्री जी ने तो शालीनता से मजाक किया था लेकिन विक्रमादित्य ने शालीनता की सारी हदें लांघते हुए जिस अंदाज और लहजे में खुले मंच से कर्मचारियों को धमकाया है उससे रजबाड़ाशाही की बू आ रही है। शायद वे अपनी माता को टिकट मिलने से अभी से ही इतने उत्साहित हो गए हैं कि उन्होंने जैसे चुनाव ही जीत लिया हो लेकिन उन्हें ये समझ लेना होगा की रजबाड़ाशाही को मंडी की जनता पहले ही नकार चुकी है और अब ईमानदार और परिश्रमी मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के नेतृत्व में आगे बढ़ चुकी है।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर जी ईमानदार है, मिलनसार है, शालीन है और जमीन से जुड़े नेता है लेकिन विक्रमादित्य को ये भी रास नहीं आ रहा है। कुल्लू में इन्होंने कहा था लोग बोलते है जयराम शरीफ है तो मैं बोलता हूं शराफत से सरकार नही चलती। मतलब जो भाषा इनकी है उससे सरकार चलती है। इनको समझ लेना चाहिए जयराम ठाकुर जी ने अपने कार्यकाल में राजनीति से ऊपर उठकर पूरे प्रदेश के विकास के लिए काम किया है आपके शिमला ग्रामीण का जो विकास हुआ वो भी मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर जी की वजह से हो रहा है क्योंकि जयराम जी बिना भेदभाव एक समान विकास पर विश्वास करते हैं।
आज हिमकेयर, सहारा, गृहणी, शगुन, जनमंच, मुख्यमंत्री हेल्पलाइन जैसी योजनाओं को शुरू करने वाले भी ये शरीफ मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ही हैं। विक्रमादित्य सिंह ने कर्मचारियों के बहाने जो सत्ता लालसा दिखाकर रोभ और बदले की भावना दिखाई है। उसका जवाब जनता 30 अक्टूबर को भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में मतदान कर देगी और फिर अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव में भी हिसाब चुकता करेगी। रजत ठाकुर ने कहा कि इसलिए हम इतना ही बोलेंगे कि शराफत से भी सरकार चलती है और आगे भी चलेगी।