रिकांगपिओ: किन्नौरवासी दो सप्ताह से भी अधिक समय से मौसम की मार झेल रहे है। जिला में बर्फबारी के बाद लोगों की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। मौसम का मिजाज ऐसा की लोगों के सामने एक के बाद एक कई मुसीबतें खड़ी हो रही हैं। हालांकि उपायुक्त किन्नौर ने भी मौसम के मिजाज को देखते हुए लोगों की जान-माल की सुरक्षा के मद्देनजर समय-समय पर एडवाइजरी जारी करते हुए लोगों को अनावश्यक नदी नालों व खतरे वाले क्षेत्रों की और न जाने की हिदायत दी है। सड़क मार्गो पर बर्फ होने के कारण जिला में बीते दो सप्ताह से भी अधिक समय से अधिकांश ग्रामीण रूटों पर बसों की आवाजाही ठप पड़ी हैं।
53 संपर्क सड़कों पर बसें नही चल रही…
जिला में करीब 53 संपर्क सड़कों पर वाहन नहीं चल रहे हैं। हालांकि विभाग ने कुछ संपर्क मार्गों पर बर्फ हटाने के लिए मशीन लगाई गई है, लेकिन आज भी करीब 53 संपर्क सड़कों पर वाहन नहीं चल पा रहे हैं। प्रशासन द्वारा जारी स्टेटस रिपोर्ट के मुताबिक लोक निर्माण विभाग के 53 मार्ग बंद हैं। वर्तमान में पूह सब डिवीज़न में 19 संपर्क मार्ग, कल्पा व मूरंग सब डिवीज़न के 12-12,करछम सब डिवीज़न के 6 संपर्क मार्ग बंद हैं। लोगों को अपने गंतव्य स्थानों तक जाने के लिए मीलों पैदल चलने को विवश होना पड़ रहा है।
रिकांगपिओ से लम्बी दूरी की और चलने वाली बसें पवारी व टापरी आदि स्थानों से चलाई गई। वहीं जिला के कई क्षेत्रों में बिजली व पानी की भी बारी समस्या देखी जा रही है। किन्नौर जिला में बिजली की समस्या भी ऊपरी क्षेत्रों में देखी जा रही हैं। कई स्थानों पर विद्युत् तारों सहित पोल बर्फबारी से क्षतिग्रस्त हुए हैं।
पेयजल जाम…
तापमान में भी बारी गिरावट दर्ज होने से पेयजल लाइनों के जमने से भी लोगों के सामने पीने के पानी की भी बड़ी समस्या खड़ी हो गई है। जिला मुख्यालय रिकांगपिओ में आईपीएच विभाग एक दिन छोड़ कर लोगों को पेयजल उपलब्ध करवा रही है। इस समय रिकांगपिओ में लोगों के अधिकांश निजी पाइप लाइनें जम चुकी हैं। जिला के ग्रामीण क्षेत्रों में भी लोगों के सामने पेयजल की बड़ी समस्या देखी जा रही है। इन दिनों किन्नौर जिला के ऊपरी क्षेत्रों में तो न्यूनतम तापमान माइनस 20 डिग्री से भी नीचे दर्ज किया जा रहा है। ऐसे में पेयजल नलों के फ्रिज़ होने से पेयजल की समस्या खडी होना लाजमी है।
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