संगड़ाह : सगंडाह में पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल द्वारा अक्टूबर 2011 में शिलान्यास किए जाने के बावजूद आज तक योजनाएं तैयार नहीं हो सकी। संगड़ाह अस्पताल भवन के लिए पौने तीन करोड़ का शेष बजट चार माह से जारी न किए जाने के चलते उक्त भवन का अंतिम निर्माण कार्य एक बार फिर लटक गया है। क्षेत्र के भाजपा नेताओं व विभाग द्वारा उक्त भवन का उद्घाटन इस माह मुख्यमंत्री से करवाए जाने की तैयारियां की जा रही थी।
मगर, शेष बजट न मिलने के चलते यहां बिजली व पानी तथा फिनिशिंग जैसे कार्य रूके हुए हैं। लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के अनुसार अब उक्त भवन पौने तीन करोड़ का शेष बजट जारी होने के कारण लंबित है। समय पर बजट मिलने से इस माह उक्त भवन तैयार हो गया होता। मगर, पौने छः करोड़ के इस भवन के लिए स्वास्थय विभाग द्वारा अब तक केवल तीन करोड़ के करीब राशि लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता संगड़ाह को जारी की गई है।
लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता संगड़ाह रतन शर्मा ने कहा कि उक्त भवन के फिनिशिंग जैसे कार्य के लिए 2 करोड़ 52 लाख तथा बिजली व पानी की व्यवस्था के लिए करीब 24 लाख की जरूरत है। गौरतलब है कि 13 अक्टूबर 2011 को तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल द्वारा सीएचसी बिल्डिंग का विधिवत शिलान्यास किया गया था। 11 अगस्त 2016 को स्थानीय विधायक द्वारा दोबारा इस भवन का भूमि पूजन किया गया। भाजपा मंडल अध्यक्ष प्रताप तोमर के अनुसार संबंधित अधिकारियों से जल्द उक्त भवन के लिए शेष बजट जारी करने को लेकर बात की जा चुकी है।
उन्होंने कहा कि जल्द अस्पताल भवन के उद्घाटन के लिए मुख्यमंत्री से समय लिया जाएगा। मौजूदा अस्पताल भवन में जगह व स्टाफ की कमी के चलते जहां गत दो साल से एक्सरे सुविधा बंद है। वहीं मरीजों को आए दिन अन्य कईं परेशानियां झेलनी पड़ रही है। उक्त भवन का निरीक्षण कर चुके मुख्य चिकित्सा अधिकारी सिरमौर के अनुसार इस भवन के लिए शेष बजट जारी करने के लिए विभाग को लिखा जा चुका है।
Latest
- अक्षय तृतीया से कैसे जुड़ा है भगवान परशुराम का इतिहास, क्यों किए जाते है शुभ कार्य
- 22 मई को होगा बीबीए बीसीए एंट्रेंस एग्जाम, HPU ने जारी किया शेड्यूल
- मंडी : 100 करोड़ से अधिक के मालिक हैं विक्रमादित्य सिंह, प्रत्याशी पर दर्ज है 14 मामले
- संसदीय व विधानसभा क्षेत्रों के लिए तीसरे दिन 12 नामांकन दाखिल
- नाहन में आवारा कुत्तों को लेकर भाजपा पार्षदों का नप कार्यालय के बाहर धरना