रेणु कश्यप/नाहन
बेशक ही मत प्रतिशतता में शिलाई विधानसभा क्षेत्र अंतिम पायदान पर रहा है, लेकिन यहां एक दिलचस्प बात भी सामने आई है। दूरदराज के क्षेत्रों में रहने वाली महिलाओं ने वोटिंग प्रतिशतता में पुरुषों को पटखनी दी है। ऐसा बहुत ही कम सामने आता है, जब महिला मतदाताओं की प्रतिशतता पुरुषों से अधिक रहे। 2019 के लोकसभा चुनाव में शिलाई विधानसभा क्षेत्र में 70. 88 प्रतिशत महिलाओं ने मताधिकार का इस्तेमाल किया, जबकि पुरुषों का आंकड़ा 68.72 प्रतिशत रहा है।
सिरमौर में सबसे कम मतदान शिलाई हल्के में ही हुआ है, लेकिन महिलाओं ने यहां गजब का उदाहरण पेश किया है। लोकतंत्र के महापर्व में अपनी सहभागिता को पुरुषों से आगे निकाल कर निभाई है। शिलाई विधानसभा क्षेत्र में 31,458 महिलाओं का पंजीकरण हुआ था, इसमें से 29144 ने मताधिकार का इस्तेमाल किया। हालांकि अन्य विधानसभा क्षेत्रों में भी महिलाओं की भागीदारी संतोषजनक रही, लेकिन श्री रेणुकाजी हल्के में महिलाओं की प्रतिशतता 68.26 तक ही सीमित रह गई।
पांवटा साहिब विधानसभा क्षेत्र में महिलाएं बेहद ही मामूली अंतर से पुरुषों से पीछे रही। पुरुषों के मतदान प्रतिशत था 77.73% थी तो महिलाओं की 70.34% रही, केवल एक फ़ीसदी के आसपास का रहा। कुल मिलाकर सिरमौर में महिलाओं की मतदान प्रतिशतता 73.54 प्रतिशत रही है। सिरमौर में 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए कुल 1,78,816 महिलाएं पंजीकृत थी। इसमें से 1,31,498 ने मताधिकार का इस्तेमाल किया।
अहम बात यह है कि शिलाई रिमोट क्षेत्र है, यहां औसतन 8 से 10 घंटे घरेलू कार्य करने वाली महिलाओं के लिए पूरा दिन मतदान के लिए इस्तेमाल करना आसान नहीं हो सकता था, क्योंकि कई मतदान केंद्रों पर कई किलोमीटर पैदल चलकर पहुंचना पड़ता है।