नाहन (एमबीएम न्यूज़) : ट्रांसगिरी की एक और बेटी पुष्पा राणा कबड्डी के वर्ल्ड में फलक छूने को बेताब हो उठी है। आल इंडिया यूनिवर्सिटी प्रतियोगिता में बेस्ट खिलाडी बन कर लौटी है। साथ ही प्रदेश यूनिवर्सिटी को कांस्य पदक दिलवाने में भी अहम् भूमिका निभाई। महज 18 साल की पुष्पा अपनी पढ़ाई को जारी रखते हुए साई हॉस्टल धर्मशाला में रह रही है।
मिल्ला में जयपाल राणा व चंपा देवी के घर जन्मी पुष्पा के निशाने पर 2018 के एशियन गेम्स है।
13 साल की उम्र से कबड्डी खेल रही पुष्पा ने बताया कि नार्थ जोन इंटर यूनिवर्सिटी प्रतियोगिता में रजत पदक मिला था। इसके बाद रोहतक में आयोजित आल इंडिया यूनिवर्सिटी प्रतियोगिता में प्रदेश विश्वविद्यालय को कांस्य पदक हासिल हुआ। सनद रहे कि शिलाई की प्रियंका नेगी ने कबबडी के अंतर्राष्ट्रीय पटल पर सिरमौर व प्रदेश को गौरवान्वित किया है।
एमबीएम न्यूज़ नेटवर्क से बातचीत में पुष्पा ने बताया कि जमा एक की पढ़ाई के दौरान खेल के प्रति रुझान पैदा हुआ। उन्होंने कहा कि जूनियर वर्ग की प्रतियोगिताओ में भी हिस्सा ले रही है। लेकिन भारतीय टीम में जगह बनाकर इंटरनेशनल स्तर पर देश को मैडल दिलवाना अंतिम लक्ष्य है। गौरतलब है कि पुष्पा के पिता जयपाल राणा एक जेबीटी टीचर है। पुष्पा का यह भी कहना है कि परिवार की होंसला अफजाई की वजह से अपनी मंजिल की तरफ बढ़ रही है। बहरहाल वो दिन दूर नहीं जब सिरमौर के ट्रांसगिरि की एक और बेटी कबबडी में प्रदेश का नाम रोशन करेगी।