सोलन (एमबीएम न्यूज): हाई प्रोफाइल बाबा अमरदेव भूमिगत हो गए हैं या कर दिए गए, इस सवाल का जवाब किसी के पास नहीं मिल रहा। बताया जा रहा है कि आईजीएमसी से बाबा अमरदेव को बुधवार की शाम डिस्चार्ज कर दिया गया था। इसके बाद बाबा कहां गए, किसी को नहीं पता। हालांकि मीडिया में बाबा अमरदेव का बयान आया था कि वह एम्स में आगे उपचार करवाना चाहते हैं, लेकिन इसकी तस्दीक नहीं हो पा रही कि बाबा एम्स गए हैं या नहीं।
कंडाघाट उपमंडल की तुंदर पंचायत के लोग बाबा अमरदेव को तड़ीपार करने की जिद पर अब भी अड़े हुए हैं। संभवत: यही वजह हो सकती है कि आईजीएमसी से छुट्टी मिलने के बाद बाबा अमरदेव को रामलोक मंदिर न आने दिया गया हो। आईजी जैदी को इस मामले में रिपोर्ट सरकार को सौंपनी है।
एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत करते हुए तुुंदल पंचायत के उप प्रधान योगेश का कहना था कि आईजीएमसी से छुट्टी मिलने की जानकारी मिली थी। उन्होंने कहा कि महा पंचायत में यही फैसला हुआ था कि बाबा को मंदिर में नहीं आने दिया जाएगा।
दीगर है कि एक प्रतिनिधिमंडल ने भी बाबा अमरदेव के संरक्षण को लेकर मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से हाल ही में मुलाकात की थी। इस दौरान सीएम ने प्रतिनिधिमंडल को उचित जांच करवाने का आश्वासन दिया था। संभवत: इसी कारण आईजी स्तर के अधिकारी को मौके पर भेजा गया था। उधर वीरवार को सीआईडी ने बाबा से तेंदुए की खालों की बरामदगी मामले में कोर्ट में चालान पेश कर दिया है।
बाबा के हमले में घायल महिला शांति देवी अब भी अस्पताल में दाखिल है। हाई प्रोफाइल बाबा को तो वीवीआईपी ट्रीटमेंट मिला, लेकिन अपनी दो उंगलियां खो चुकी महिला को पूछने सरकारी अमला अब तक नहीं पहुंचा है।