करसोग (एमबीएम न्यूज) : उपमंडल के मेगली गांव की कुसुम शर्मा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खूबसूरत लिखाई से एक पत्र लिखकर अपने गांव की सडक़ की हालत बयां की। यदि प्रधानमंत्री ने खुद पत्र पढ़ लिया होगा तो बखूबी समझ गए होंगे, जिस गांव में ऐसी होनहार बेटी रहती हो वह गांव कैसे पिछड़ा रह गया।
बहराल प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में कुसुम ने कहा कि वह भारतवर्ष के सर्वोच्चतम पद पर आसीन हैं। आप जैसे प्रधानमंत्री पाकर हर नागरिक का मनोबल बढ़ा है। कहती हैं, वह हिमाचल प्रांत से हैं। यह पत्र उन गरीब गांववालों की तरफ से लिख रही हूं, तो अपनी परेशानियों को शायद साझा नहीं कर पाते। कुसुम कहती हैं करसोग से महज एक किलोमीटर की दूरी पर गांव स्थित है। यहां की कच्ची सडक़ अन्य बहुत से गांव को जोड़ती है, लेकिन इस सडक़ की हालत बद से बदत्तर हो चुकी है।
सडक़ की धूल-मिट्टी के कारण लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ रहे असर का जिक्र भी कुसुम ने अपने पत्र में किया। अब इस बेटी के पत्र पर प्रधानमंत्री कार्यालय ने प्रदेश के मुख्य सचिव से जवाब मांगा है। लिहाजा अगर प्रधानमंत्री के दखल से करसोग की सडक़ों की बदहाली में सुधार आ जाए तो इसका श्रेय लाजमी तौर पर कुसुम शर्मा को ही मिलना चाहिए।
पत्र की अंतिम पंक्तियों में कुछ यूं कहा..
विश्वास व्यर्थ नहीं होगा। सभी गांववालों की यही आशा है कि आपकी परिकाष्ठा सदैव बनी रही। आपका बहुत-बहुत धन्यवाद..आशावादी..कुुसुम शर्मा।