शिमला (एमबीएम न्यूज़) : हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में मारपीट की घटनाएं पुलिस प्रशासन के लिए चुनौती साबित हो रही है। पहले तो घटनाएं कभी-कभी होती थी, लेकिन जब से विवि प्रशासन ने इस पर सख्ती बरती है, तब से घटनाएं थमने के बजाए बढ़ती ही जा रही है। बीते शनिवार की रात हॉस्टल में एसएफआई और एबीवीपी के बीच हुई खूनी झड़प के बाद चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात करने के बावजूद परिसर में स्थिति नियंत्रण से बाहर है।
सोमवार को समरहिल चौक और परिसर में लाईब्रेरी के बाहर दोनों छात्र संगठनों के नेता एक-दूसरे से भिड़े। मिली जानकारी के अनुसार परिसर के बाहर समरहिल चौक पर एक ट्राइबल छात्र को पीटा गया। बाद में दोपहर के समय एबीवीपी छात्र अंकित जंबाल के साथ कुछ छात्रों ने मारपीट की। अंकित जंबाल के सिर पर चोटें आने से उसका रिप्पन अस्पताल में उपचार चल रहा है। समरहिल में परिसर के अंदर-बाहर कई बार दोनों संगठनों के छात्रों ने एक-दूसरे पर पथराव किया।
इस बीच नैक (राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद) की टीम अपने तीन दिवसीय दौरे के पहले दिन आज विवि पहुंची। छात्रों के हंगामे के बीच विवि प्रशासन नैक के 11 सदस्यों को वैकिल्पक मार्गों से परिसर में ले गई। यह टीम विवि द्वारा दी गई प्रीनैक रिपोर्ट पर ढांचे, दस्तावेजों सहित अन्य तकनीकी पहलुओं को परखेगी। पांच साल बाद नैक टीम यहां का दौरा कर रही है। लेकिन विवि प्रशासन को माहौल बिगड़ने के कारण ग्रेडिंग गिरने का खतरा सता रहा है।
इधर, आईजी ला एण्ड आर्डर और एसपी समेत पुलिस के आलाअधिकारियों ने आज विवि का दौरा कर मौजूदा स्थिति का जायजा लिया। इन अधिकारियों ने विवि प्रशासन के साथ बैठक भी की। इस मामले में पुलिस ने कल शाम एसएसफआई के छह कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया था। वहीं पुलिस अन्य हमलावर छात्रों को भी गिरफ्तार कर सकती है।