काठमांडू, 08 दिसंबर : दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई पहले की तुलना में थोड़ी अधिक है। आधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि हो गई है। मंगलवार को, नेपाल और चीन ने संयुक्त रूप से घोषणा की कि माउंट एवरेस्ट, जो दुनिया का सबसे ऊंचा पर्वत है, की ऊंचाई अब 8,848.86 मीटर है।
नेपाल के विदेश मामलों के मंत्री प्रदीप कुमार ग्यावली, भूमि प्रबंधन मंत्री पद्मा कुमारी आर्यल, चीनी विदेश मंत्री वांग यी और अन्य अधिकारियों ने मंगलवार दोपहर एक वर्चुअल समारोह में यह घोषणा की।
नेपाल ने 2017 से एवरेस्ट की ऊंचाई को फिर से मापना शुरू कर दिया था और पिछले साल इस काम को पूरा कर लिया गया। पिछले साल चीनी राष्ट्रपति की नेपाल यात्रा के दौरान, नेपाल और चीन ने एवरेस्ट की ऊंचाई मापने के लिए सहमति जताई थी। 2015 के भूकंप के बाद इस अनुमान के बाद कि एवरेस्ट की ऊंचाई में बदलाव हो सकता है, नेपाल सरकार ने फिर से ऊंचाई मापने का आदेश दिया।
नेपाल सरकार ने इसको लेकर चीन के साथ समन्वय किया और फिर चीन ने एवरेस्ट की ऊंचाई मापने के लिए अपनी टीम भेजी थी। इस सर्वे दल ने ग्लोबल नैविगेशन सैटलाइट और ग्रैवीमीटर की मदद से एवरेस्ट की ऊंचाई नापी। यह सर्वे दल अप्रैल महीने की शुरुआत में चोमोलुंगमा बेस कैंप पहुंच गया था। वर्ष 1949 में अपनी स्थापना के बाद चीन के सर्वेक्षण दल ने अब तक 6 बार एवरेस्ट पर चढ़ाई की है और ऊंचाई नापी है। चीन ने वर्ष 1975 और 2005 में एवरेस्ट की ऊंचाई जारी की थी। वर्ष 1975 में एवरेस्ट की ऊंचाई 8,848.13 मीटर और वर्ष 2005 में 8,844.43 मीटर थी।