बद्दी (एमबीएम न्यूज): भारत सरकार के सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग ने लघु उद्यमियों के लिए बद्दी के निमंत्रण रिजोर्ट में गुणवत्ता नियंत्रण पर एक सेमीनार का आयोजन किया। कार्यक्रम में एमएसएमई विभाग के प्रांतीय निदेशक सीवी सर्राफ विशेष तौर पर उपस्थित हुए। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार का यह विभाग लघु उद्योगों के उत्थान के लिए प्रयासरत हैं और हर छोटे बड़े उद्यमी को विभागीय योजनाओ का लाभ उठाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने अब उद्योगों के लिए उद्योग आधार के तहत पंजीकरण अनिवार्य कर दिया है और इसको कोई भी उद्यमी ऑनलाइन पंजीकरण कर सकता है। उद्योग आधार में पंजीकृत उद्यमी को ही अब आगे से विभाग की तमाम सुविधाओं व योजनाओं का लाभ मिलेगा, इसलिए उन्होंने सभी से इस प्रक्रिया को पूरा कर लेने का आहवान किया। लुधियाना से आए उद्योग मैनेजमेंट विशेषज्ञ एसबी सिंह उद्यमियों को कवॉलिटी कंट्रोल से संबंधित तमाम पहलुओं से अवगत कराया।
उन्होंने कहा कि अगर हम अपने उद्योग को व्यवस्थित व संगठित तरीके से चलाएं तो कम लागम में ज्यादा उत्पादन पा सकते हैं। उन्होंने कहा कि हमें समय के साथ उद्योगपूरक बदलावों व तकनीकों को अपना लेना चाहिए अन्यथा हम बाजार व प्रतिस्पर्धा से बाहर हो जाएंगे। लघु उद्यमियों ने प्रदेश के निदेशक से आग्रह किया कि लघु उद्योगों को आयकर में छूट के अलावा कृषि की तर्ज पर लोन दिया जाए। हिमाचल प्रदेश दवा निर्माता उद्योग संघ के प्रदेशाध्यक्ष राजेश गुप्ता ने कहा कि ऐसे सेमीनार समय समय पर आयोजित होते रहने चाहिए। लघु उद्योग भारती के प्रांतीय महासचिव राजीव कसंल ने आए हुए सभी अतिथियों का स्वागत किया। दून इकाई के अध्यक्ष एनपी कौशिक ने धन्यवाद प्रस्ताव रखा।
इस अवसर पर प्रांतीय निदेशक सीवी सर्राफ के अलावा सहायक निदेशक बह्रम प्रकाश, वीर सिंह, एचडीएमए के प्रांतीय अध्यक्ष अध्यक्ष राजेश गुप्ता, लघु उद्योग भारती के प्रदेशाध्यक्ष विक्रम बिंदल, महासचिव राजीव कंसल, युवा भारत संस्था के अध्यक्ष किशोर ठाकुर, दून चैप्टर के अध्यक्ष नेत्र प्रकाश कौशिक, बरोटीवाला इकाई के अध्यक्ष संजीव शर्मा, अनिल मलिक, चेतन नागर, दीपक कुशवाह, कर्नल जोशी, गत्ता उद्योग संघ के महासचिव अशोक राणा, महेंद्र चौधरी, नवीन कुमार, तरसेम चौधरी, अलक्षेन्द्र नाथ, हंसराज ठाकुर, महेंद्र जैन, केके सिंह, रमन शर्मा, अजय चौहान, पीयूष शर्मा व महेंद्र राजपूत समेत कई लघु उद्यमी उपस्थित थे।