बद्दी (एमबीएम न्यूज) : कर्मचारी बीमा निगम की ओर से लगाए गए जागरूकता शिविर में कामगारों को स्वास्थ्य सुविधा न मिलने पर जमकर हंगामा व नारेबाजी की। कामगार नेताओं ने कहना था कि अगर निगम कामगारों को सुविधा देने में अमसर्थ है तो कामगारों से पैसा लेना बंद करें। कामगार नेताओं ने फैसला लिया कि वह संयुक्त रूप से निगम के खिलाफ आंदोलन शुरू करेंगे, जिसकी जिम्मेदारी संबंधित विभाग की होगी।
बैठक में भाग लेते निगम के अधिकारी, उद्योगपति व कामगार नेतानिगम की कार्यकारी अधिकारी सुनील नेगी की अध्यक्षता में आयोजित जागरूकता शिविर में हिंद मजदूर सभा के प्रदेश अध्यक्ष मेला राम चंदेल ने कहा कि कामगार का उपचार काठा चिकित्सालय से होता है, लेकिन उसे अवकाश लेने के लिए डिस्पेंसरी में जाना पड़ता है। रेडियोलॉजिस्ट न होने से कामगारों को 3 बजे तक भूखे रहना पड़ता है। उसके बाद अल्ट्रासाउंड होता है। जिन निजी चिकित्सालयो में अल्ट्रासाउंड के लिए संबंध किया है, वे तीन दिन के बाद रिपोर्ट देते हैं लेकिन जो आम मरीज नकद पैसा देकर आते हैं। उनकी रिपोर्ट साथ-साथ मिल जाती है।
निदेशक का पद लंबे समय से खाली पड़ा है। पंजाब के निदेशक को यहां का कार्य भार दिया हुआ है। उन्हें यहां के कार्यालय से कोई लेना-देना नहीं है। भारतीय मजदूर संघ के जिला अध्यक्ष गोपाल चौधरी ने कहा कि नालागढ़ में ईएसआईसी की अपना भवन नहीं है। पिछले दो साल से एमएस मीटिंग में नहीं आई है। चिकित्सकों की कमी बनी हुई है। चिकित्सक व कर्मचारी रोगी कामगारों के साथ दुर्व्यवहार करते हैं। यह सभी मुद्दे पिछले तीन साल से निगम की बैठकों में उठते हैं, लेकिन हर बार मात्र बैठक तक ही सीमित रहते हैं।
दाड़लाघाट में कामगारों से पैसा लिया जा रहा है, लेकिन वहां पर कोई सुविधा नहीं है। कामगार केवल कार्ड लेकर घूम रहे है। कार्यकारी निदेशक सुनील नेगी ने कहा कि यह सभी शक्तियां अब प्रदेश सरकार को दी गई है। सरकार की ओर से प्रतिनिधि को यहां पर बुलाया गया था लेकिन वह नहीं आया है। दाड़लाघाट के मजदूर नेता नेगी ने कहा कि एक दिन के लिए कैशियर को भेजा जाएगा लोगों की योजनाओं को मौके पर ही निपटारा किया जाएगा।
शिविर में उपनिदेशक सी नेगी, जन संपर्क अधिकारी देवब्रत यादव, डा. अंशुमन, डॉ. गगन, डॉ. परमिंद्र, बीबीएनआईए के सगंठन सचिव अश्विनी शर्मा, लघु उद्योग भारती के अध्यक्ष राजीव कंसल, किशोर ठाकुर, चेतन नागर, हिंद मजदूर सभा के प्रदेश अध्यक्ष मेलाराम चंदेल, गोपाल चौधरी, सतीश भनोट, सोहन लाल, राजू भारद्वाज, हृद्य राम शर्मा, निक्का राम, दाड़ला घाट के महासचिव मस्त राम, विनोद शर्मा, मदन, नीलू समेत कामगार नेताओं ने भाग लिया।