कुल्लू (एमबीएम न्यूज) : अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा उत्सव में इस बार जिले के अधिक से अधिक लोगों की भागीदारी के साथ-साथ यहां की समृद्धि लोक संस्कृति से संबंधित आयोजनों पर विशेष जोर दिया जाएगा। इस संबंध में बुधवार को यहां बचत भवन में पत्रकार सम्मेलन को संबोधित करते हुए डीसी राकेश कंवर ने बताया कि मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में अंतर्राष्ट्रीय कुल्लू दशहरा उत्सव की रूपरेखा को अंतिम रूप दिया जाएगा। इसके लिए समिति ने अभी से तैयारियां शुरू कर दी हैं।
पिछले वर्ष इस उत्सव में आयोजित सामूहिक नाटी ‘प्राइड ऑफ कुल्लू’ को इस और भी व्यापक स्वरूप प्रदान किया जाएगा। इस वर्ष सामूहिक नाटी में 12 हजार लोगों विशेषकर महिलाओं की भागीदारी का लक्ष्य रखा गया है। इसका पंजीकरण 16 अगस्त से 15 सितंबर तक किया जाएगा। यह पंजीकरण आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से होगा। स्कूली बच्चों का पंजीकरण प्रधानाचार्यों के माध्यम से उच्चतर शिक्षा उपनिदेशक द्वारा किया जाएगा।
इसी तर्ज पर पारंपरिक वाद्ययंत्रों से संबंधित आयोजन भी होगा, जिसमें देवी-देवताओं के साथ आने वाली बजंतरी भाग लेंगे। महिलाओं के लिए पारंपरिक वेशभूषा पर आधारित फैशन शो भी होगा। इसमें प्रथम आने वाले समूह को अढ़ाई लाख का पुरस्कार दिया जाएगा और इसकी एंट्री फीस 500 रुपए होगी। इसका पंजीकरण भी 16 अगस्त से शुरू हो जाएगा। इस शो के लिए उपमंडल स्तर पर प्रारंभिक राउंड आयोजित किए जाएंगे और चयनित समूहों को दशहरा उत्सव के मंच पर मौका मिलेगा।
कुल्लू के पारंपरिक व्यंजनों के लिए दशहरा मैदान में एक अलग बाजार लगाया जाएगा। उपायुक्त ने बताया कि दशहरे से पहले ढालपुर के सौंदर्यीकरण पर लगभग दो करोड़ की धनराशि खर्च की जाएगी। इसमें से फुटपाथ के निर्माण के लिए 50 लाख रुपए जारी कर दिए गए हैं। देवी-देवताओं के स्थानों की पवित्रता और मैदान की सुंदरता बनाए रखने के लिए उत्सव समिति ने देवताओं को लकड़ी की चौकियां देने का निर्णय लिया है और इसके लिए कारदार संघ ने भी अपनी सहमति दे दी है।
मैदान में देवताओं के स्थानों के नक्शे भी बनाए जा रहे हैं, ताकि किसी भी तरह का विवाद पैदा न हो। उपायुक्त ने बताया कि अगर कोई व्यक्ति किसी देवता को लकड़ी की चौकी व इससे संबंधित सामग्री भेंट करना चाहता है तो वह उत्सव समिति से संपर्क कर सकता है। इस सामग्री की लागत लगभग सात हजार रुपए है। इच्छुक व्यक्ति अपने देवता के नाम पर 7000 रुपए दान दे सकता है।
उत्सव के दौरान जिला रैडक्रॉस सोसायटी के लिए लगभग एक करोड़ की धनराशि जुटाने हेतु रैफरल ड्रा भी निकाला जाएगा। इसके लिए सोसायटी ने लगभग एक लाख टिकट बेचने का लक्ष्य रखा है। इस ड्रॉ के पहले ईनाम के रूप में मारुति कार दी जाएगी। इसके अलावा भी कई अन्य आकर्षक ईनाम दिए जाएंगे।
उपायुक्त ने बताया कि उत्सव समिति ने जिला सांस्कृतिक परिषद के सहयोग से कुल्लू के इतिहास, देव संस्कृति और खानपान पर आधारित तीन पुस्तकें प्रकाशित करने का निर्णय लिया है। इन पुस्तकों में कुल्लू से संबंधित कई महत्वपूर्ण ऐतिहासिक व रोचक जानकारियां पढऩे को मिलेंगी। कुल्लू की यात्रा करने वाले प्रसिद्ध इतिहासकारों व विद्वानों की यात्राओं के विवरण और निरमंड से रोहतांग कुल्लू के महत्वपूर्ण देव स्थलों की जानकारी इन पुस्तकों में मिलेगी। इसके अलावा देव सदन में संग्रहालय भी स्थापित किया जाएगा।