राजगढ़, 4 अगस्त : गिरिपार के राजगढ़ क्षेत्र में शुक्रवार को शनोल अथवा हरियाली पर्व परंपरा एंव बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया । लोगों द्वारा अपने घरों में इस पावन पर्व पर विशेष व्यंजन (special dishes) के रूप में मीठे और नमकीन शनोल व सिडडू (Siddu) बनाए गए।
बता दें कि श्रावण मास के 20 प्रविष्टे का दिन गिरिपार (Giripaar) क्षेत्र में हर वर्ष शनोल अर्थात हरियाली पर्व त्यौहार के रूप में मनाया जाता है। संयोग की बात है कि शनोल के दिन ही हिमाचल निर्माता (Himachal Nirmata) का जन्म हुआ था, जिसे लोग बहुत शुभ मानते हैं। इस पर्व पर अनेक गांव में मेले का भी आयोजन किया जाता है।
रिटब गांव की सुरेश ठाकुर ने बताया कि शनोल उत्सव पर पारंपरिक व्यंजन (Traditional Dishes) बनाने का विशेष महत्व होता है। लोग इस दिन मीठे और नमकीन सिडडू बनाए जाते हैं, जिसे घी और दही के साथ खाया जाता है। इनका कहना है कि कालांतर से क्षेत्र में देवता शिरगुल (Shirgul Maharaj) के नाम पर शनोल मनाने की परंपरा है। इस दिन हाब्बन के समीप शिवपुर स्थित शिरगुल के प्राचीन मंदिर में विशेष पूजा की जाती है। उन्होंने बताया कि काफी वर्षों के अंतराल के उपरांत शिवपुर में मेले का आयोजन किया गया है जिसमें ठोडा खेल लोगों का आकर्षण का केंद्र रहा।
इसी प्रकार नेईनेटी में तीन दिवसीय शनोल मेला माता काली की पूजा अर्चना के उपरांत आरंभ हो गया। नेईनेटी निवासी एडवोकेट प्रदीप कंवर ने मेले की जानकारी देते हुए बताया कि नेईनेटी में हर वर्ष शनोल मेला अतीत से मनाया जा रहा है, जिसमें स्थानीय लोगों की कुलईष्ट काली माता की विशेष पूजा अर्चना की जाती है। उन्होंने कहा कि कालांतर में यह मेला एक दिन का मनाया जाता था, परंतु अब इसे तीन दिन बड़े धूमधाम के साथ मनाया जाता है।
उन्होने बताया कि मेले को आकर्षक बनाने के लिए बाॅलीबाल और कबडडी की प्रतियोगिता रखी गई है। इस प्रतियोगिता में सिरमौर सहित पड़ोसी जिला सोलन व शिमला की टीमें भी भाग ले रही है। मेले के समापन अवसर पर 06 अगस्त को लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह बतौर मुख्यातिथि शिरकत करेगें ।