नाहन (एमबीएम न्यूज) : सिरमौर में पशुओं की रक्षा करने वाली देवी के नाम से विख्यात माता त्रिभोवनी मंदिर में रविवार को 12 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने शीश नवाया। इस दौरान श्रद्धालुओं ने अपने पशुओं के स्वास्थ्य की कामना की। सुबह से ही श्रद्धालुओं के मंदिर में पहुंचने का सिलसिला जारी रहा ओर देर सांय तक चलता रहा। विधानसभा क्षेत्र की कौलावालांभूड पंचायत के तहत आने वाले त्रिभोवनी मंदिर में आषाढ़ मास में प्रत्येक रविवार को मेला लगता है।
मंदिर में कौलावालाभूड़, बर्मा पापड़ी, क्यारी, सराहां, टिक्कर, मढ़ीघाट, बनाह की सैर, सैनधार, धारटीधार, बनेठी, गांवत, नैनाटिक्कर, घिन्नीघाढ़, जमटा सहित सैकड़ो गांवों के हजारों लोगों के अतिरिक्त हरियाणा के मोरनी क्षेत्र से भी हजारों लोग अपने पशुओं की सुरक्षा व रोगमुक्त रहने के लिए मन्नत मांगते हैं। मन्नत पूरी होने पर वे यहां आकर माता त्रिभोवनी को घर से बनाकर लाया प्रसाद लगाते हैं। इसके अलावा लोग घी, अनाज व अन्य सामग्री भी माता के चरणों में अर्पित करते हैं। कौलावालाभूड़ पंचायत के पूर्व प्रधान धनवीर सिंह ठाकुर ने बताया कि त्रिभोवनी माता की शक्ति अपार है। जो श्रद्धालु मन से मन्नत मांग लेता वह अवश्य ही पूरी होती है।
धनवीर सिंह ठाकुर ने बताया कि जहां पर माता का मंदिर बना है, वहां हजारों वर्ष पूर्व शिवजी व माता पार्वती ने विश्राम किया था। माता पार्वती को यहां स्थान काफी पसंद आया था। इस स्थान पर लोगों को मूर्तियां मिली थी। इसके बाद लोगों ने यहां पूजा अर्चना शुरू की। आज यहां पर काफी बड़ा मंदिर बना दिया गया है। मंदिर के पुजारी दुर्गा दत्त बताते है कि आषाढ़ मास में हर रविवार को यहां मेला लगता है। इसके अलावा मार्गशीर्ष मास में भी इस मंदिर में श्रद्धालु आते हैं। उन्होंने बताया कि वर्तमान में उनके अलावा सुनील दत्त, मनमोहन भगत, मदन मोहन भगत, धर्म दत्त इस मंदिर में आयोजन व रखरखाव की जिम्मेवारी संभाले हैं। इस देवी को पशुओं की देवी के नाम से भी जाना जाता है।